कुलभूषण से मुलकात के बाद विदेश मंत्रालय ने जारी किया बयान, कहा- काफी दवाब में लग रहे थे
नई दिल्ली। भारतीय राजनयिक गौरव अहलूवालिया ने सोमवार को इस्लामाबाद में कुलभूषण जाधव से मुलाकात की। 3 साल से ज्यादा वक्त से पाक जेल में बंद यह कुलभूषण की पहली कॉन्सुलर एक्सेस थी। यह मुलाकात एक सबजेल में कराई गई और निर्धारित समय से एक घंटे की देरी से अधिकारियों को उनसे मिलने दिया। इस मुलाकात के बाद की ओर से बयान जारी किया गया है। भारत ने कहा कि मुलाकात के दौरान जाधव दबाव में दिख रहे थे। पूरी रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई करेंगे।
इस्लमाबाद में हमारे हाई कमीशन के इंचार्ज ने कुलभूषण से मुलाकात की
कुलभूषण से मुलाकात के बाद सोमवार शाम विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि, 'इस्लमाबाद में हमारे हाई कमीशन के इंचार्ज ने कुलभूषण से मुलाकात की। अभी पूरी रिपोर्ट का इंतजार है, लेकिन वह काफी दवाब में लग रहे थे। पाकिस्तान द्वारा कुलभूषण जाधव पर झूठे आरोपों को कबूल करने का दबाव है। मंत्रालय ने कहा कि, आगे की कार्रवाई के बारे में पूरी रिपोर्ट आ जाने के बाद फैसला लेंगे।
विदेश मंत्रालय ने कुलभूषण की मां से की बात
विदेश मंत्रालय ने कहा कि, आईसीजे के आदेश का पालन करते हुए हम इसपर फैसला करेंगे। विदेश मंत्री ने कुलभूषण की मां से बात की और उन्हें सारी बातों की जानकारी दी है। दरअसल इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग के अधिकारी गौरव अहलूवालिया की आज कुलभूषण जाधव से मुलाकात हुई है। आईसीजे ने पाकिस्तान को आदेश दिया था कि उसे कुलभूषण जाधव को कॉन्सुलर एक्सेस मुहैया कराना होगा जिसके बाद पाकिस्तान ने भारतीय राजनयिक को मिलने की अनुमति दी थी।
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कल पाकिस्तान ने रखा था मुलाकात का प्रस्ताव
सरकारी सूत्रों ने कहा, 'अहलुवालिया ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि अंतरराष्ट्रीय कोर्ट के आदेश के तहत हम उम्मीद कर रहे हैं कि पाकिस्तान से हमें सकारात्मक माहौल मिलेगा। उम्मीद करते हैं कि आईसीजे के आदेश की भावना के अनुसार मुलाकात निष्पक्ष, स्वतंत्र और प्रभावी अर्थों में सफल हो सकेगी। इससे पहले पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने जाधव को राजनयिक पहुंच मुहैया कराए जाने की पुष्टि की।
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