JNU violence पर बोले विदेश मंत्री एस जयशंकर, जब मैं वहां पढ़ता था तब.....
नई दिल्ली- विदेश मंत्री एस जयशंकर जवाहर लाल नेहरु यूनिवर्सिटी में रविवार को हुई हिंसा को लेकर बड़ा बयान दिया है। दरअसल, विदेश मंत्री भी जेएनयू के ही छात्र रहे हैं और इसलिए उनसे वहां कैंपस में पैदा हुए हालात को लेकर जब सवाल किया गया तो उन्होंने टुकड़े-टुकड़े गैंग को लेकर अपनी बात रखी है। एस जयशंकर ने रविवार को ही जेएनयू में हुई हिंसा की मुखालफत की थी।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जेएनयू हिंसा पर पूछे गए सवालों के जवाब में कहा है कि,"मैं आपको निश्चित तौर पर बता सकता हूं कि जब मैं जवाहरलाल यूनिवर्सिटी में पढ़ता था, हमनें वहां किसी टुकड़े-टुकड़े गैंग को नहीं देखा।" विदेश मंत्री दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान पूछे गए सवालों के जवाब में ये बातें कहीं।
इस बीच सोमवार को पूरे दिन देश में जेएनयू में हुई हिंसा का ही मुद्दा छाया रहा। इस दौरान दिल्ली पुलिस ने हिंसा रोकने में नाकाम रहने या मौके पर देर से पहुंचने के आरोपों को खारिज किया है। दिल्ली पुलिस के पीआरओ एमएस रंधावा ने कहा है कि 'हमनें पीसीआर पर आए कॉल पर फौरन कार्रवाई की और कानून और व्यवस्था की समस्या को पेशेवर तरीके से निपटाया।'
दिल्ली पुलिस का दावा है कि जेएनयू प्रशासन ने उसे शाम को करीब 7.45 में दखल देने की गुजारिश की थी, जिसके बाद उसने कैंपस के अंदर में फ्लैग मार्च किया। गौरतलब है कि जेएनयू में रविवार को भड़की हिंसा को लेकर दोनों पक्षों एबीवीपी और लेफ्ट समर्थित जेएनयू छात्र संगठन की ओर से अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं।
इस बीच विदेश मंत्री ने आतंकवाद के मुद्दे को लेकर भी सरकार का पक्ष बेबाकी से रखने की कोशिश की है। उन्होंने कहा है कि 'जब पठानकोट में हमला हुआ तो पाकिस्तान ने भी माना कि इसके साजिशकर्ता कौन थे। कौन पीड़ित है और कौन साजिशकर्ता इस मामले में यह सरकार पूरी तरह से साफ है।'