भारतीय विदेश विभाग ने कहा, सऊदी अरब में नहीं फंसे हैं 150 भारतीयों के शव
विदेश विभाग ने खबर को भ्रामक बताया और कारण गिनाए कि क्यों सऊदी अरब से शवों को लाने में देरी लगती है।
दिल्ली। भारतीय विदेश विभाग ने उन मीडिया रिपोर्टों का खंडन किया है जिसमें यह कहा गया था कि सऊदी अरब में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के 150 लोगों के शव फंसे हैं और उनको भारतीय दूतावास भेज नहीं रही है।
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महज 10 ऐसे केस मिले हैं: विकास स्वरुप
मीडिया में यह खबर चली थी कि सऊदी अरब के मुर्दाघरों में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के 150 लोगों के शव पड़े हैं और भारतीय दूतावास उनको देश भेजने में निष्क्रियता दिखा रही है।
इस रिपोर्ट का खंडन करते हुए भारतीय विदेश विभाग के प्रवक्ता विकास स्वरुप ने इसे तथ्यात्मक तौर पर गलत और भ्रामक बताया।
विकास स्वरुप ने कहा, 'इस तरह के महज 10 केस मिले हैं जिनको देश भेजने के लिए दूतावास सक्रियता से काम कर रहा है।'
खबर में क्या नहीं बताया गया?
विकास स्वरुप ने खबर को भ्रामक बताते हुए कहा कि इसमें यह नहीं बताया गया कि सऊदी अरब में लगभग 20 लाख भारतीय हैं जिनमें से तीन-चार की प्राकृतिक मौत के केस रोज रजिस्टर्ड होते हैं।
विकास स्वरुप ने बताया, 'अधिकांश केस में मृतक के अवशेष को भारत लाने में तीन सप्ताह के आसपास का समय लगता है। लेकिन अगर मामला क्राइम या अननेचुरल डेथ का हो तो जांच प्रक्रिया लंबी चलती है और डाक्यूमेंटेशन में समय लगने की वजह से लाश को भेजने में ज्यादा दिन लगते हैं। कुछ मामलों में परिवार मुआवजे की मांग करता है तो फिर उसकी कानूनी प्रकिया में सालों लग सकते हैं।'
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