SCO समिट 2020: इमरान खान के शामिल नहीं होने पर भारत की प्रतिक्रिया
नई दिल्ली। पहली बार भारत की अध्यक्षता में सोमवार से शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की 19वीं समिट का आगाज हुआ। इस बैठक में भारत की तरफ से उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू शामिल हुए। इस बैठक का आयोजन वर्चुअल तरीके से किया गया। विदेश मंत्रालय के सचिव विकास स्वरुप ने बताया कि भारत एससीओ को एक महत्वपूर्ण क्षेत्रीय संगठन मानता है। उन्होंने कहा कि एससीओ संगठन में भारत शांति, सुरक्षा, व्यापार, अर्थव्यवस्था और संस्कृति के क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य की सराहना करता है। हम सक्रिय, सकारात्मक और रचनात्मक भूमिका निभाते हुए एससीओ के साथ हमारे सहयोग को गहरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
पाकिस्तान साथ दे या ना दे, ये उसका फैसला है- विदेश मंत्रालय
इसके अलावा भारतीय विदेश मंत्रालय ने एससीओ समिट में इमरान खान के शामिल नहीं होने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये पाकिस्तान के उपर है कि वो हमारी पहल में शामिल होने जा रहा है या नहीं। जहां तक ये सवाल है कि पाकिस्तान हमारी पहल में हमारा साथ देगा या नहीं तो ये उस पर निर्भर करता है। SCO चार्टर में प्रावधान है कि सदस्य देश उस क्षेत्रों में सहयोग न करें और उस एक देश का बहिष्कार कर सकते हैं, जो उनका विरोध कर रहा हो।
भारत के लिए बड़ी चुनौती है आतंकवाद- वेंकैया नायडू
इससे पहले उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने एससीओ समिट में पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि आतंकवाद हमारे सामने बहुत बड़ी चुनौती है। वेंकैया नायडू ने कहा कि भारत हर तरह के आतंकवाद के सख्त विरोध में है। हमें विशेष रूप से उन देशों के बारे में भी चिंतित हैं जो एक 'राज्य नीति' के साधन के रूप में आतंकवाद का फायदा उठाते हैं।
India considers SCO as an important regional organisation to promote cooperation in the areas of peace, security, trade, economy & culture. We're committed to deepening our cooperation with SCO by playing proactive, positive & constructive role: Vikas Swarup, Secretary (West),MEA pic.twitter.com/IH9MEYS4aY
— ANI (@ANI) November 30, 2020