सुबह सोना महापात्रा ने की स्मृति ईरानी से अनु मलिक की शिकायत, शाम होते-होते इंडियन आइडल छोड़ गए
मुंबई। मीटू के गंभीर आरोपों से घिरे बॉलीवुड के मशहूर म्यूजिक डायरेक्टर अनु मलिक ने आखिरकार इंडियन आइडल के 11वें सत्र को छोड़ दिया है। सूत्रों की ओर से मलिक के शो छोड़ने की तरफ से जानकारी दी गई है। अनु बतौर जज पिछले कई वर्षों से इस शो का हैं। अभी तक इस बात की जानकारी नहीं मिल सकी है कि उनकी जगह सिंगिंग रियल्टी शो की जिम्मेदारी किसे दी जाएगी। अनु को पिछले कुछ हफ्तों से लगातार आलोचनाओं का सामना करने को मजबूर होना पड़ा है।
चैनल के सूत्रों ने दी जानकारी
गुरुवार को सोनी टीवी चैनल के सूत्रों की ओर से बताया गया, 'अनु इंडियन आइडल के जज के तौर पर शो को छोड़कर जा रहे हैं।' सोनी टीवी को राष्ट्रीय महिला आयोग की तरफ से नोटिस भेजा गया था। आयोग की ओर से ट्विटर पर आधिकारिक हैंडल पर नोटिस शेयर भी किया गया है। आयोग ने ट्विटर पर लिखा है, 'आयोग ने इस मामले में संज्ञान लिया है और सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन को नोटिस भेजा है।' इस ट्वीट में महिला कल्याण मंत्रालय के अलावा पीएमओ इंडिया को भी टैग किया गया है।
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क्या लिखा है कमीशन की चिट्ठी में
कमीशन की तरफ से सिंगर सोना महापात्रा का जिक्र भी नोटिस में किया गया है। साथ ही चैनल से कहा गया है कि वह इस पूरे मामले में बताए कि उसने क्या एक्शन लिया है। सोना ने इस मामले में गुरुवार को केंद्रीय महिला एवं बाल कल्याण मंत्री स्मृति ईरानी को एक ओपन लेटर लिखा था। सोना ने अपने ओपन लेटर में लिखा था कि वह लोगों के कल्याण के लिए स्मृति की तरफ से होने वाले कार्यों और उनके समर्पण भाव से काफी प्रभावित हैं। उन्होंने इसके साथ ही अनुरोध किया कि वह उनके ओपन लेटर को जरूर पढ़ें क्योंकि बहुत सी महिलाएं निजी तौर पर अनु मलिक के बारे में उन्हें बहुत सी बातें बता रही हैं।
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सोना ने लिखा था ओपन लेटर
स्मृति को चिट्ठी लिखे जाने के कुछ ही घंटों बाद आयोग की तरफ से चैनल को नोटिस भेज दिया गया। हाल ही में स्मृति ने कहा था कि सरकार ने सेक्स क्राइम के दोषी सभी लोगों का एक डिजिटल डाटाबेस तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अपनी चिट्ठी में सोना ने इस बात का जिक्र भी किया कि कैसे सोनी टीवी ने अनु मलिक के खिलाफ कई महिलाओं की तरफ से दी गई गवाही को नजरअंदाज कर उन्हें शो का जज बनाने का फैसला किया गया।
अनु ने आरोपों को नकारा
कुछ दिनों पहले हालांकि अनु मलिक ने सोशल मीडिया के जरिए खुद पर लगे आरोपों का झूठा करार दिया था। उन्होंने लिखा था कि झूठे और बिना सुबूत के आधार पर उनके खिलाफ कुछ तथ्यों को फैलाया जा रहा है। अनु की मानें तो वह काफी दर्द में हैं और अंधेरे में रहने को मजबूर हैं। इसके साथ ही उन्होंने अपने लिए इंसाफ की मांग तक कर डाली थी। अनू मलिक पर मीटू के तहत कई महिलाओं ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। अनु बॉलीवुड के मशहूर म्यूजिक डायरेक्टर हैं जो 80 के दशक से सक्रिय हैं। उनके पिता सरदार मलिक भी इंडस्ट्री के जाने-माने संगीतकार रह चुके हैं।