जबरन धार्मिक नारे लगवाने के मामलों पर भड़कीं मायावती, कही बड़ी बात
नई दिल्ली- बीएसपी चीफ मायावती ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के अलावा कुछ और राज्यों में जबर्दस्ती धार्मिक नारे लगवाने का मामला बढ़ता जा रहा है। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों से ऐसे मामलों को तत्काल रोकने के लिए कार्रवाई की मांग की है।
बीएसपी प्रमुख मायावती ने ट्विटर पर लिखा है, "यूपी सहित कुछ राज्यों में जबरन अपने धार्मिक नारे लगवाने व उस आधार पर जुल्म-ज्यादती की जो नयी गलत प्रथा चल पड़ी है वह अति-निन्दनीय है। केन्द्र व राज्य सरकारों को इस हिंसक प्रवृत्ति के विरुद्ध सख्त रवैया अपनाने की जरूरत है, ताकि भाईचारा व सद्भावना हर जगह बनी रहे व विकास प्रभावित न हो।"
मायावती की ये टिप्पणी यूपी के एक इमाम के उस दावे के बाद आई है, जिसमें उसने जबरन 'जय श्रीराम' के नारे लगवाने के आरोप लगाए गए हैं। मुझफ्फरनगर के एसपी शैलेश कुमार पांडे ने स्थानीय निवासी इमलाक उर रहमान की ओर से दर्ज की गई शिकायत के आधार पर कहा है कि वह शनिवार को मोटरसाइकिल से अपनी गांव की ओर जा रहा था। तभी रास्ते में करीब 12 युवाओं ने उसका रास्ता रोक लिया, उसकी पिटाई की और उसकी दाढ़ी भी खींच ली। पुलिस ने उन सभी आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
इस बीच बीजेपी ने मायावती के बयान पर पलटवार कर कहा है कि वो भी अब ममता बनर्जी की राह पर चल पड़ी हैं।
इससे पहले मायावती ने मॉब लिंचिंग की घटनाओं को लेकर भी बीजेपी पर निशाना साधा था। उन्होंने आरोप लगाया था कि बीजेपी सरकार की नीति के कारण लोग इसका शिकार हो रहे हैं। उन्होंने ट्वीट के जरिए लिखा था कि "मॉब लिंचिंग एक भयानक बीमारी के रूप में देश भर में उभरने के पीछे वास्तव में खासकर बीजेपी सरकारों की कानून का राज स्थापित नहीं करने की नीयत व नीति की ही देन है जिससे अब केवल दलित, आदिवासी व धार्मिक अल्पसंख्यक समाज के लोग ही नहीं बल्कि सर्वसमाज के लोग व पुलिस भी शिकार बन रही है।"
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