विपक्षी दलों के कश्मीर दौरे पर मायावती का हमला, बोलीं- जाने से पहले विचार करना चाहिए था
नई दिल्ली। आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद जम्मू कश्मीर के हालात का जायजा लेने पहुंचे विपक्षी पार्टियों के प्रतिनिधिमंडल को प्रशासन ने श्रीनगर एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने दिया और उनको वापस दिल्ली भेज दिया। इस पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एतराज जताते हुए कहा था कि सामान्य हालात में तो ऐसा नहीं होता है, इससे साफ है कि राज्य में सब ठीक नहीं चल रहा है। वहीं, विपक्ष के जम्मू-कश्मीर जाने के फैसले पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने सवाल उठाए हैं। मायावती ने कांग्रेस सहित उन दलों पर निशाना साधा है जो श्रीनगर एयरपोर्ट पहुंचे थे।
मायावती ने विपक्षी दलों के श्रीनगर जाने के फैसले पर सवाल उठाए
बसपा सुप्रीमो ने विपक्षी दलों के प्रतिनिधिमंडल के श्रीनगर जाने के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि बिना अनुमति के कांग्रेस व अन्य पार्टियों के नेताओं का कश्मीर जाना क्या केन्द्र व वहां के गवर्नर को राजनीति करने का मौका देने जैसा इनका यह कदम नहीं है? वहां पर जाने से पहले इस पर भी थोड़ा विचार कर लिया जाता, तो यह उचित होता।
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जाने से पहले विचार करना चाहिए था- मायावती
मायावती ने आगे कहा, 'बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर हमेशा ही देश की समानता, एकता व अखण्डता के पक्षधर रहे हैं इसलिए वे जम्मू-कश्मीर राज्य में अलग से आर्टिकल 370 का प्रावधान करने के कतई भी पक्ष में नहीं थे। इसी खास वजह से बीएसपी ने संसद में इस धारा को हटाये जाने का समर्थन किया।' उन्होंने ये भी कहा, 'लेकिन देश में संविधान लागू होने के लगभग 69 सालों के बाद इस आर्टिकल 370 की समाप्ति के बाद अब वहां पर हालात सामान्य होने में थोड़ा समय अवश्य ही लगेगा। इसका थोड़ा इंतजार किया जाए तो बेहतर है, जिसको माननीय कोर्ट ने भी माना है।'
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हालात सामान्य होने में थोड़ा समय लगेगा - मायावती
दरअसल, विपक्षी दलों के दौरे पर जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने साफ कहा कि वे लोग ना आएं क्योंकि उनके यहां आने से समस्या बढ़ सकती है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, केसी वेणुगोपाल, राजद के मनोज झा, सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी, डीएमके नेता तिरुची शिवा, शरद यादव, टीएमसी के नेता दिनेश त्रिवेदी, एनसीपी नेता माजिद मेमन और सीपीआई महासचिव डी राजा श्रीनगर पहुंचे थे। प्रशासन ने इनके जाने से हालात बिगड़ने की बात कह सभी को एयरपोर्ट से वापस दिल्ली भेज दिया था।