मायावती बोलीं, उपेक्षा के शिकार बने हुए हैं आरक्षण के असली हकदार
नई दिल्ली। बसपा सुप्रीमो मायावती ने केन्द्र सरकार पर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्ग के रिक्त आरक्षित पदों को भरने में दिलचस्पी ना लेने का आरोप लगाया और कहा कि आरक्षण के असली हकदार वर्ग पहले की तरह अब भी उपेक्षा का शिकार बने हुए हैं। मायावती ने ये बातें पश्चिमी यूपी और बुन्देलखण्ड क्षेत्र के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ बैठक के दौरान कहीं।
भाजपा रिक्त आरक्षित पदों को भरने में ले रही कम दिलचस्पी- मायावती
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि बीजेपी सरकार ने आर्थिक आधार पर आरक्षण देने के अलावा, महाराष्ट्र में मराठा समाज को अन्य पिछड़े वर्ग के आरक्षण का लाभ दिए जाने को लेकर जैसी दिलचस्पी दिखाई, अगर वैसी ही दिलचस्पी अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्गों के लम्बित आरक्षित पदों को भरने में दिखाई होती तो इन उपेक्षित वर्ग के लोगों का भी कुछ भला हो गया होता।
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बीजेपी सरकार पर बोला तीखा हमला
पार्टी के पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए बसपा सुप्रीमो ने कहा कि आरक्षण के असली हकदार इन शोषित और कमजोर वर्ग के लोग पहले की तरह ही अब भी उपेक्षा का शिकार बने हुए हैं। ये बीजेपी सरकार की जातिवादी नीति और संकीर्ण सोच को दर्शाता है। योगी सरकार के 17 ओबीसी जातियों को अनुसूचित जातियों की कैटेगरी में शामिल करने के फैसले पर मायावती ने कहा कि उन 17 जातियों की और भी अधिक दुर्दशी होनी है जिनको असंवैधानिक तौर पर ओबीसी से निकालकर एसएसी कैटेगरी में शामिल करने का फैसला किया गया है।
ओबीसी जातियों को एससी कैटेगरी में शामिल करने पर भी साधा निशाना
मायावती ने कहा कि इसी प्रकार की कोशिश राजनीतिक लाभ लेने के लिए पूर्व की समाजवादी पार्टी सरकार द्वारा भी की गई थी। मायावती ने कहा कि जिस तरीके से कुछ राज्यों में आरक्षण की सीमा को 50 फीसदी से अधिक किया जा रहा है, अब ये मांग स्वभाविक है कि अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़े वर्गों का कोटा उनकी आबादी के अनुपात में बढ़ाया जाए। पार्टी पदाधिकारियों को बसपा सुप्रीमो ने निर्देश दिया कि गांव-गांव में जाएं और सर्व समाज के बीच जाकर उनका दु:ख-दर्द बांटने की कोशिश करें। इस बैठक में मायावती ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर भी सवाल उठाए।