PoK में चीन और पाकिस्तान के खिलाफ भारी विरोध प्रदर्शन, जानिए क्या है पूरा मामला?
नई दिल्ली। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में चीन और पाकिस्तान द्वारा दो मेगा-बांधों के निर्माण को लेकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए हैं।। सोमवार रात नीलम और झेलम नदियों पर बांधों पर प्रस्तावित निर्माण के विरोध में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग बाहर आ गए और जबर्दस्त प्रदर्शन किया। 'दरिया बचाओ, मुजफ्फराबाद बचाओ' (सेव रिवर्स सेव मुजफ्फराबाद) समिति द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन में 'नीलम झेलम बहने दो, हमको जिंदा रहने दो' के नारे लगाए।
Recommended Video
एक्ट्रेस कंगना रनौत पर अभद्र टिप्पणी करने वाले संजय राउत शिवसेना के चीफ प्रवक्ता बनाए गए
आजाद पट्टन और कोहाला जलविद्युत निर्माण के लिए हस्ताक्षर हुए
गौरतलब है हाल ही में पाकिस्तान और चीन ने पीओके क्षेत्र में विशाल जलविद्युत परियोजनाओं में शामिल आजाद पट्टन और कोहाला जलविद्युत निर्माण के लिए एक समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे। आज़ाद पट्टन हाइडल पावर प्रोजेक्ट में 700.7 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा, जो कि विवादास्पद चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) का हिस्सा है। इस परियोजना को चीनी समूह चाइना जियोझाबा ग्रुप कंपनी (CGGC) ने 1.54 बिलियन डॉलर की लागत से प्रायोजित किया है।
कोहाला पनबिजली परियोजना को चीनी थ्री गोरजेस कॉर्पोरेशन फंड किया है
चीन के थ्री गोरजेस कॉर्पोरेशन द्वारा प्रायोजित कोहाला पनबिजली परियोजना पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद से 90 किमी दूर स्थित है। यह 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है और अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम (IFC) और सिल्क रोड फंड द्वारा प्रायोजित किया गया है।
POK में प्रदर्शनकारियों को क्षेत्र में भारी चीनी उपस्थिति का डर है
रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रदर्शनकारियों को बांधों के निर्माण से उनके जीवन में खतरा बढ़ने की आंशका है। इसके अलावा स्थानीय लोग क्षेत्र में बढ़ती चीनी उपस्थिति के खिलाफ है, जिसके खिलाफ वहां के निवासियों ने अक्सर आवाज उठाई है।