केंद्र की ओर से 5 साल से कम उम्र के बच्चों को मास्क नहीं लगाने का सुझाव, जारी की नई गाइडलाइन
नई दिल्ली, जनवरी 20। दुनियाभर में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को सबसे अधिक बच्चों के लिए घातक बताया गया था, क्योंकि दुनिया के अत्यधिक देशों में बच्चों का वैक्सीनेशन अभी तक नहीं हुआ है। ऐसे में बच्चों को संक्रमण से बचाने के लिए लोग उनसे कोविड प्रोटोकॉल का ही पालन करा रहे हैं। इसमें बच्चों को मास्क पहनाना शुरुआत से ही एक बहस का मुद्दा रहा है। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को एक गाइडलाइन जारी की है, जिसमें 5 साल से कम उम्र के बच्चों को मास्क नहीं लगाने का सुझाव सरकार ने दिया है।
Recommended Video
5 साल से ऊपर के बच्चें कैसे करें मास्क का इस्तेमाल?
गाइडलाइन में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि 5 साल और उससे कम उम्र के बच्चों के मास्क अनिवार्य नहीं है, सरकार ऐसे बच्चों को मास्क नहीं लगाने का सुझाव देती है। साथ ही 6-11 साल के बच्चे अपनी क्षमता के आधार पर और अपनी सुरक्षा को देखते हुए पैरेंट्स की सही देखरेख में ही मास्क का इस्तेमाल कर सकते हैं। वहीं 11 साल से उपर के बच्चों को व्यस्कों की तरह ही मास्क का पालन करना चाहिए।
12-14 साल के बच्चों का टीकाकरण पर सरकार का पक्ष
वहीं केंद्र सरकार ने 12-14 साल के बच्चों को कोरोना वैक्सीन का टीका लगाने के संबंध में कहा है कि ये फैसला वैज्ञानिक प्रमाणों के आधार पर किया जाएगा और इस संबंध में विचार-विमर्श जारी है। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वी. के. पॉल ने कहा है कि वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर टीकाकरण शुरू किया गया है और यह सबसे संवेदनशील लोगों की रक्षा करने की धारणा पर आधारित है। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे वैज्ञानिक साक्ष्य मिलते जाएंगे, टीकाकरण का विस्तार होता जाएगा।
इस गाइडलाइन में सरकार ने आगे कहा है कि 18 साल के कम उम्र के मरीजों के लिए एंटीवायरल और मोनोक्लोनल एंटीबॉडीज़ के इस्तेमाल की जरूरत नहीं है। केंद्र ने कहा कि कोविड संक्रमण की गंभीरता के बावजूद और यदि स्टेरॉयड का उपयोग किया जाता है, तो उन्हें 10 से 14 दिनों में कम किया जाना चाहिए।
ये भी पढ़ें: केरल में 50 हजार के करीब पहुंचा कोरोना का दैनिक आंकड़ा, रविवार को रहेगा संपूर्ण लॉकडाउन