2020 से देश की सड़कों पर दौडेगी मारूति सुजुकी की ये नई कार, ना पेट्रोल का झंझट ना प्रदूषण की मार
नई दिल्ली। दुनिया में जिस तरह के पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ रहे हैं और जिस तरह से आने वाले वक्त ये प्राकृतिक इंधन कम होता जाएगा हमे उर्जा के नए स्रोतों की ओर जाना पढ़ेगा। खासकर परिवहन के क्षेत्र में लगातार एक वैकल्पिक साफ इंधन की मांग बढ़ रही है। दुनियाभर में सौर उर्जा, गैस, और इलेक्ट्रिक कारों पर तेजी से काम हो रहा है। भारत के बाजार में भी अब धीरे-धीरे इसकी मांग बढ़ रही है। सरकार की तरफ से भी कोशिश है कि इलेक्ट्रिक कारों को बढ़ावा दिया जाए ताकी बढ़ते प्रदूषण पर भी लगाम लगाई जा सके। कारों की कई बड़ी कंपनियां भारत की सड़कों पर इलेक्ट्रिक वाहनों को उतारने की तैयारी कर रही हैं। इसी कड़ी में अब देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारूति सुजुकी ने भारत के बाजार में इलेक्ट्रिक कारें उतारने का फैसला ले लिया है।
सरकार भी करे मदद
सुजुकी के चेयरमैन ओसामू सुजुकी ने कहा कि 2030 तक लगभग 30% वाहन इलेक्ट्रिक होंगे लेकिन फिर भी पारंपरिक पेट्रोल / डीजल इंजन पर बहुत बड़ी संख्या में वाहन चल रहे होंगे। उन्होंने कहा की भारत में लोगों की जरूरतों, वातावरण को लेकर हो रही मुश्किलों के चलते अन्य विकल्पों पर भी विचार करना होगा। इसलिए इलेक्ट्रिक कारों के अलावा सीएनजी और हाइब्रिड कारों को भी बढ़ावा देने की जरूरत है। सुजुकी ने इस दिशा में सरकार से भी नीतियों के स्तर पर सहयोग करने का अनुरोध किया।
कैसी होगी मारुति की इलेक्ट्रिक कार ?
सुजुकी की इलेक्ट्रिक कार कैसी होगी इसे लेकर सब में उत्सुकता है। तो हम आपको बता दें कि सुजुकी अपनी मौजूदा कार वैगन आर को अभी इलेक्ट्रिक कार के प्रोटोटाइप के तौर पर पेश करेगी। जब इस कार की टेस्टिंग पूरी हो जाएगी तो वास्तविक इलेक्ट्रिक कार सड़क पर उतारी जाएगी। उसका डिजाइन इससे बिल्कुल अलग या फिर कुछ समानताओं के साथ हो सकता है। मारुति सुजुकी इलेक्ट्रिक कार में बैटरी पैक पीछे की तरफ होगा और इसमें लीथियम आयन बैटरी का इस्तेमाल होगा।
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कार होगी मेक-इन-इंडिया
सुजुकी ने पहले ही तोशिबा और डेन्सो के सहयोग से गुजरात में अपने नए लिथियम आयन बैटरी संयंत्र पर 1,137 करोड़ रुपये का निवेश किया है और ये बैटरी संयंत्र 2020 में उत्पादन शुरू करेगा और इन लिथियम-आयन बैटरियों का इस्तेमाल इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड कारों में किया जाएगा। इलेक्ट्रिक कार को कंपनी पूरी तरह से मेक इन इंडिया के अनुरूप रखेगी यानी ये कार भारत में ही बनकर तैयार होगी।
आपको मिलेंगे कई विकल्प
इस वक्त भारत में बहुत ही कम इलेक्ट्रिक वाहन सड़कों पर हैं। महिंद्रा की कार रेवा ई2 पर काफी लोगों ने भरोसा किया है। लग्जरी कार निर्माता कंपनी मर्सिडीज बेंज भी भारत में इलेक्ट्रिक वाहन उतार सकती है। खबर है कि देश में और भी कई कंपनियां इलेक्ट्रिक कारों की तैयारी कर रही है और लगभग 22 मॉडल बाजार में उतारे जा सकते हैं। इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए हाल ही में सरकार ने विशेष हरित लाइसेंस नंबर प्लेट को मंजूरी दी है। इन प्लेट में निजी इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए नंबर सफेद शब्दों और अंकों में लिखे होंगे वहीं टैक्सियों के लिए इनका रंग पीला होगा। सरकार 16 से 18 आयुवर्ग के युवाओं को इलेक्ट्रिक वाहन चलाने की अनुमति देने पर भी विचार कर रही है।
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