दंतेवाड़ा में शहीद जवान का परिवार खाने को मोहताज
नई दिल्ली(विवेक शुक्ला) पिछली 13 अप्रैल को गाजीपुर के दो जवानो ने छत्तीसगढ़ के दन्तेवाडा में अपनी शहादत दी थी। माओवादियों ने छत्तीसगढ़ आर्मड फोर्स के कुल 5 जवानो की हत्या कर दी थी। जिसमें अलाउददीन शाह भी थे।
अलाउददीन के पिता 68 वर्षीय अनवर शाह अब मजदूरी की तलाश कर रहे हैं। कारण ये कि शहीद होने के बाद अब तक केन्द्र व राज्य सरकार ने एक अदद फूटी कौढ़ी भी नहीं दी उन्हें।
मां बीमार
जानकारों ने बताया कि शहीद की मां नूरजहां बेटे के शहीद होने की खबर मिलने के साथ ही मूर्छित हुयी तो आज तक ठीक नहीं हुयी। मां की बीमारी में सारा पैसा समाप्त हो गया।
छोटे से घर में रहते
पूरा परिवार रिश्तेदार के एक छोटे से एक कमरे में रहता है गाजीपुर जिले में। अलाउददीन का बडा भाई गुलाम हुसैन शाह अच्छा धावक है किन्तु उसे सेना में कई बार इण्टरव्यू में छांट दिया गया। परिवार के पास एक छोटा सा खेत है। नियमत: उस परिवार को तत्काल लोहिया आवास मिलना चाहिये।
सरकार करे मदद
वरिष्ठ लेखक अवधेश कुमार कहते हैं कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमण सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तथा गृहमंत्री राजनाथ सिंह को उक्त शहीद के परिवार की मदद करनी चाहिए।
गाजीपुर के पत्रकार और समाजसेवी ब्रज भूषण दूबे ने कहा कि अगर कोई इस शहीद के परिवार को देख लेंगा तो रो पड़ेगा।अब तो यही बाकी है कि वे लोग या तो खुदकुशी कर लें या तड़प- तडप कर मरें।