Markaz Event: जावेद अख्तर ने किया मस्जिद बंद होने के फतवे का समर्थन, देखें ये Tweet
नई दिल्ली। दक्षिणी दिल्ली स्थित निजामुद्दीन मरकज भारत के विभिन्न भागों में कोरोना वायरस फैलने का एक केंद्र बन गया है। अभी तक तबलीगी जमात से जुड़े लगभग 9000 लोगों की पहचान कर क्वारंटाइन किया जा चुका है। इनमें से 400 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, तो वहीं गृह मंत्रालय ने निजामुद्दीन तबलीगी जमात में शामिल विदेशी नगारिकों का पर्यटन वीजा रद्द कर दिया है। गृह मंत्रालय 960 विदेशी नागरिकों को ब्लैकलिस्ट में डालते हुए जमात से संबंधित गतिविधियों में लिप्त पाए जाने पर उनका पर्यटन वीजा रद्द करने का फैसला किया है।
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जावेद अख्तर ने किया मस्जिद बंद होने के फतवे का समर्थन
इसके अलावा गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस और अन्य राज्यों के डीजीपी को निर्देश दिया है कि वे इन विदेशी नागरिकों के खिलाफ विदेशी एक्ट 1946 और आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत कानूनी कार्रवाई करें तो इसी बीच बॉलीवुड के मशहूर लेखक और गीतकार जावेद अख्तर ने मस्जिद को बंद कराने वाले फतवे का समर्थन किया है।
जावेद अख्तर ने ट्वीट किया
दरअसल देश की विकट स्थिति देखते हुए अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष ताहिर महमूद ने दारुल उलूम देवबंद से कहा था है कि जब तक कोरोनावायरस संकट है तब तक सभी मस्जिदों को बंद करने के लिए फतवा दें, जिसको सही ठहराते हुए जावेद अख्तर ने ट्वीट किया है।
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'मुझे उनके मार्गदर्शन की जरूरत है'
उन्होंने Twitter पर लिखा है कि हां, मैं फतवे की इस मांग का समर्थन करता हूं, इसलिए नहीं क्योंकि मुझे उनके मार्गदर्शन की जरूरत है. लेकिन मैं यह जानना चाहता हूं कि इस मुद्दे पर उनका स्पष्ट रुख क्या है, न ज्यादा न कम।
दारूल उलूम देवबंद से एक फतवा जारी करने को कहा है...
इससे पहले भी जावेद अख्तर ने Tweet किया था कि एक स्कॉलर और माइनॉरिटी कमिशन के पूर्व चेयरमैन ताहिर महमूद साहब ने दारूल उलूम देवबंद से एक फतवा जारी करने को कहा है कि जब तक कोरोना संकट है, सभी मस्जिदों को बंद किया जाए, मैं इस मांग का पूरा समर्थन करता हूं, अगर काबा और मदीना में मस्जिद बंद की जा सकती है तो भारतीय मस्जिदें क्यों नहीं। जावेद अख्तर का ये ट्वीट भी सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हुआ था।
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