मोल्डो में 13 घंटे की कोर कमांडर मीटिंग, फिर भारत-चीन नहीं पहुंच सके किसी नतीजे पर
नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर टकराव को सुलझाने के लिए मोल्डो में कोर कमांडर वार्ता जारी है। मोल्डो, चीन के हिस्से में आता है और चुशुल सेक्टर के ठीक सामने है। सोमवार को सुबह 9:30 बजे शुरू हुई और रात 11 बजे तक जारी थी। करीब 13 घंटे तक चली मीटिंग में फिर कोई नतीजा नहीं निकल पाया है। माना जा रहा है कि आज सरकार को मीटिंग के बारे में ब्रीफ किया जा सकता है।
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भारत ने भेजी थी हैवी ड्यूटी टीम
भारत और चीन के कोर कमांडर की मीटिंग इस वादे के साथ खत्म हुई है कि वह अगले कुछ दिनों में फिर से मिलेंगे। की मानें तो रूस की राजधानी मॉस्को में 10 सितंबर को भारत और चीन के विदेश मंत्री जिस समझौते पर पहुंचे थे, पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) अब इसे मानने से पीछे हट रही है। भारत और चीन के बीच छह जून को पहली कोर कमांडर वार्ता हुई थी और अब तक छह राउंड मीटिंग हो चुकी है। किसी भी मीटिंग में कोई ठोस नतीजा नहीं निकल सका है। सोमवार को मीटिंग में भारत की तरफ से हैवी ड्यूटी प्रतिनिधिदल शामिल था। वार्ता का प्रतिनिधित्व लेह स्थित 14 कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह कर रहे हैं। उनके अलावा दिल्ली स्थित आर्मी हेडक्वार्टर से लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन ने को भी इस मीटिंग के लिए भेजा गया था। यह पहली बार था जब दो लेफ्टिनेंट जनरल को प्रतिनिधिमंडल में शामिल किया गया था। इसके अलावा विदेश मंत्रालय में पूर्वी एशिया मामलों के संयुक्त सचिव नवीन श्रीवास्तव भी मीटिंग में शामिल थे। कोर कमांडर वार्ता में दो मेजर जनरल रैंक ऑफिसर्स के अलावा चार ब्रिगेडियर्स भी मौजूद थे। इंडो-तिब्ब्त बॉर्डर पुलिस, लेह में इंस्पेक्टर जनरल के तौर पर तैनात दीपम सेठ भी मीटिंग का हिस्सा थे। भारत और चीन के बीच मई माह से पूर्वी लद्दाख में टकराव जारी है।