देवेंद्र फडणवीस का बड़ा फैसला, महाराष्ट्र के सभी बोर्ड में अनिवार्य की गई मराठी शिक्षा
मुंबई। महाराष्ट्र विधान परिषद की बैठक में सूबे के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को कई अहम फैसले लिए। इसमें सबसे महत्वपूर्ण फैसला महाराष्ट्र में मराठी शिक्षा अनिवार्य करना है। फडणवीस ने विधान परिषद में यह ऐलान किया कि, जल्द ही राज्य के सभी स्कूलों, आईएससी, आईसीएसई और सीबीएसई बोर्ड के स्कूलों में मराठी भाषा पढ़ाना अनिवार्य हो जाएगा। अगर जरुरत हुई तो विधानसभा में कानून लाकर इस नियम को लागू किया जाएगा।
राज्य में मराठी भाषा की पढ़ाई को अनिवार्य करने के लिए एक बड़ा आंदोलन 24 जून को मुंबई के आजाद मैदान में आयोजत हो रहा है। वहीं इस साल राज्य में विधानसभा के चुनाव भी होने हैं। राज्य में लोगों के बीच मराठी भाषा को लेकर गहरा प्रभाव है। देवेंद्र फडणवीस के इस फैसले को राज्य में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव से जोड़ कर देखा जा रहा है। इससे पहले शिवसेना की विधायक नीलम गोरहे ने इस संबंध में विधान परिषद् में मुद्दा उठाया। इसी पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके बाद राज्य में मराठी सीखना सभी के लिए बाध्यकारी होगा।
विधान परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि, कुछ स्कूलों, विशेष रूप से सीबीएसई, आईसीएसई बोर्ड से जुड़े हुए इस नियम का पालन नहीं करते हैं। हम कानून में बदलाव करके इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे। महाराष्ट्र में मराठी शिक्षा सभी के लिए अनिवार्य होगी। इसके लिए कानून में बदलाव करना जरूरी होगा।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि, इस साल होने वाले चुनाव में शिवसेना की नजर सीएम की कुर्सी पर है। वह लगातार मराठी मानुष की बात करती आ रही है। देवेंद्र फडणवीस का यह फैसला शिवसेना के मराठी मानुष कार्ड का एक काट के तौर पर देखा जा रहा है। बता दे कि हाल ही में बंगाल में सीएम ममता बनर्जी ने भी राज्य में बंगाली भाषा का कार्ड खेला था। उन्होंने कहा था, कि अगर बंगाल में रहना है तो लोगों को बांग्ला भाषा बोलनी होगी।
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