यहां हर औरत साल में 4 महीनों के लिए हो जाती है विधवा
नयी दिल्ली। हमारा देश धीरे-धीरे आधुनिकता का चादर ओढ़ते जा रहा है। हम विकासशील देश से विकसीत देश की ओर कदम बढ़ा रहा है, लेकिन हमारे देश में कुछ ऎसी परंपराएं और मान्यताएं है जो सदियों से चली आ रही हैं। लोग आज भी पालन करते हैं। भले ही आपको वो अंधविश्वास लगे, लेकिन चूंकि उसमें लोगों की आस्था इसमें जुड़ी हैं इसलिए इन्हें समझाना या इन से बहस करना बेकार है।
इनमें से ही एक बड़ी अजीबों- गरीब परंपरा है जिसमें पति की लंबी उम्र के लिए पत्नियों को विचित्र काम करना पड़ता है। उत्तर प्रदेश के देवरिया, गोरखपुर और बिहार से जुड़े इलाकों में रहने वाले गरछवाह समुदाय के लोगों में ये परंपरा है कि पति की लंबी उम्र की कामना के लिए पत्नियां एक अजीबोगरीब परंपरा का पालन करती हैं।
इस समुदाय के पुरूष चैत्र से सावन मास तक ताड़ के पेड़ से ताड़ी निकालने का काम करते हैं। इस काम के दौरान ये पुरुष अपने घरों से दूर रहते हैं। जब उनके पति घर से दूर रहते हैं तो गरछवाह समुदाय की महिलाएं विधवा के रूप में रहती हैं। अपने पति की लंबी उम्र के लिए ये महिलाएं इन 4 महों तक विधवा का जीवन जीती है और अपने सुहागिन होने की सारी निशानियां तरकुलहा देवी के पास रखकर वे ताउम्र सुहागिन रहने की कामना करती हैं।