एक महीने की देरी से 10 अक्टूबर से लौटेगा मानसून, इन राज्यों में फिर आ सकती है बारिश से आफत
नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने रविवार को कहा कि करीब एक महीने की देरी के बाद 10 अक्टूबर से मानसून के लौटने की उम्मीद है। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक मानसून की वापसी में यह अब तक का सबसे अधिक विलंब है। स्काईमेट वेदर के मौसम विभाग के उपाध्यक्ष महेश पालावत के मुताबिक उत्तर-पश्चिम भारत में सात अक्तूबर से बारिश का सिलसिला थमने की उम्मीद है।
चक्रवाती हवाओं के साथ बारिश का अनुमान
मौसम विभाग ने इस बार मानसून के जाने में सबसे ज्यादा देरी दर्ज की है। इस साल देशभर में मानसून सामान्य से अच्छा रहा है। मौसम विभाग ने दीर्घावधि औसत एलपीए में 110 फीसदी बारिश दर्ज की है। 1961 से 2010 तक एलपीए महज 88 प्रतिशत ही रहा है।मौसम विभाग ने रविवार को एक बयान में कहा कि छह अक्तूबर को राजस्थान में समुद्र तल से डेढ़ किलोमीटर उपर उठे एंटीसाइक्लोनिक सर्कुलेशन से दक्षिण-पश्चिम मानसून के वापस जाने की स्थिति बन गई है। 10 अक्तूबर से इसकी शुरुआत हो जाएगी। आमतौर पर मानसून एक सितंबर के बाद राजस्थान के रास्ते वापस जाना शुरू हो जाता है।दक्षिण पश्चिम मॉनसून की ज्यादा सक्रियता के चलते मध्य महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों, कर्नाटक, केरल, असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कुछ इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इसके अलावा छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और तेलंगाना के कुछ इलाकों में च्रकवाती हवाओं के साथ बारिश का अनुमान है।