मोदी के करीबी भाजपा नेता जो हार कर भी बन सकते हैं मंत्री
नई दिल्ली- नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) अपने चौंकाने वाले फैसलों के लिए जाने जाते हैं। इसलिए, 2014 की तरह ही अगर इसबार भी शपथग्रहण के दौरान मंत्रियों में कुछ चौंकाने वाले नाम दिख जाएं, तो हैरान बिल्कुल नहीं होना चाहिए। मोदी को जिनके काम पर भरोसा है, उन्हें वे हर हाल में दोबारा मंत्रिपरिषद में जगह देने की कोशिश करेंगे। इसलिए, कयास लगाए जा रहे हैं कि मौजूदा मंत्री मनोज सिन्हा (Manoj Sinha) भले ही चुनाव हार गए हों, लेकिन वे भी मोदी सरकार का हिस्सा बन सकते हैं।
मनोज सिन्हा हार कर भी बन सकते हैं मंत्री
इसबार के चुनाव में नरेंद्र मोदी के जिन सबसे करीबी भाजपा नेता को हार का सामना करना पड़ा है, उसमें यूपी के गाजीपुर (Gazipur) के पूर्व सांसद मनोज सिन्हा (Manoj Sinha) शामिल हैं। चर्चा है कि वे लोकसभा चुनाव हार गए तो क्या प्रधानमंत्री उन्हें अपनी सरकार में जरूर जगह देंगे। मोदी सरकार में संचार और रेल राज्यमंत्री के तौर पर मनोज सिन्हा के काम से पीएम मोदी बेहद प्रभावित बताए जाते है। उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र गाजीपुर (Gazipur) के अलावा देशभर में विकास के चेहरे के रूप में अपनी छवि बनाई है। लेकिन, फिर भी वे बीएसपी उम्मीदवार अफजल अंसारी से 1,19,392 वोटों से हार गए। हालांकि, 2014 में भी मनोज सिन्हा काफी कम मार्जिन से चुनाव जीते थे। चर्चा है कि उन्हें मंत्री बनाकर राज्यसभा के जरिए संसद का सदस्य बनाया जा सकता है। मनोज सिन्हा से मोदी को कितनी उम्मीदें हैं, इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि जब 2017 में यूपी विधानसभा में बीजेपी भारी बहुमत से जीती थी, तब मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर मनोज सिन्हा का नाम भी सामने आया था, लेकिन प्रदेश के सियासी समीकरणों को देखते हुए सीएम की कुर्सी योगी आदित्यनाथ के पास चली गई।
अरुण जेटली जेटली को भी मिला था मौका
अगर मनोज सिन्हा मंत्री बनाए गए, तो मोदी का ये कोई नया प्रयोग नहीं होगा। 2014 में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली (Arun Jaitly) अमृतसर में कैप्टन अमरिंदर सिंह से चुनाव हार गए थे। अपनी सरकार में मोदी ने उन्हें न सिर्फ जगह दी थी, बल्कि केंद्र के वित्त मंत्री जैसा पद दिया। पिछले पांच वर्षों में नरेंद्र मोदी ने अपने जिन मंत्रियों पर सबसे ज्यादा भरोसा किया है, उनमें जेटली सबसे खास हैं। जेटली के मंत्रालय को लेकर नोटबंदी और जीएसटी के समय में कई बार सवाल उठाए गए, सरकार को आलोचनाएं झेलनी पड़ीं, बीजेपी के ही सांसद सुब्रमण्यम स्वामी तक ने तंज कसे, लेकिन जेटली पर से पीएम मोदी का भरोसा नहीं डिगा। वो गुजरात से राज्यसभा का सांसद चुने गए हैं।
स्मृति ईरानी को तो HRD मंत्री बनाया था
2014 में स्मृति ईरानी (Smriti Irani) भी यूपी की अमेठी सीट से कांग्रेस नेता राहुल गांधी से चुनाव हार गई थीं। लेकिन, मोदी ने उन्हें मानव संसाधन विकास मंत्रालय (HRD) जैसे महत्वपूर्ण मिनिस्ट्री की जिम्मेदारी सौंप दी थी। इस कदम के लिए मोदी को काफी आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा, लेकिन मोदी ने उन्हें उस मंत्रालय में पूरा समय दिया। बाद में जाकर स्मृति ईरानी को कपड़ा मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंप दी गई और एचआरडी का जिम्मा प्रकाश जावड़ेकर के हवाले कर दिया गया।