Farmers Protest: CM खट्टर को काला झंडा दिखाने वाले किसानों पर हत्या के प्रयास और दंगा भड़काने का केस
Farmers Protest News: मोदी सरकार संसद के मानसून सत्र में तीन नए कृषि कानून लेकर आई थी, जिसके खिलाफ हरियाणा और पंजाब के किसानों ने मोर्चा खोल रखा है। साथ ही वो बीजेपी और केंद्र सरकार को किसान विरोधी बता रहे हैं। मंगलवार को अंबाला में जब हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) पहुंचे, तो उनको किसानों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा। हालांकि अब प्रदर्शनकारी किसानों की मुश्किल बढ़ गई है, क्योंकि पुलिस ने उनके खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
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दरअसल मनोहर लाल खट्टर महापौर और वार्ड चुनाव के लिए बीजेपी उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार के लिए अंबाला पहुंचे थे। जैसे ही मुख्यमंत्री का काफिला अंबाला के अग्रसेन चौक से गुजरा, वैसे ही किसान काले झंडे लेकर सामने आ गए। साथ ही कृषि कानूनों को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इसके बाद पुलिस ने किसानों पर बड़ी मुश्किल से काबू पाया और सीएम के काफिले को वहां से निकाला। इस दौरान पुलिसकर्मियों और प्रदर्शनकारियों में जमकर धक्का-मुक्की हुई थी।
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अब अंबाला पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे 13 किसानों के खिलाफ आईपीसी की धारा 147 यानी दंगा भड़काने, धारा 148 यानी घातक हथियारों से लैस, धारा 149 यानी किसी गैरकानूनी गिरोह द्वारा किया गया अपराध, धारा 186 यानी सार्वजनिक कार्यों को बाधित करना, धारा 307 यानी हत्या का प्रयास और धारा 353 के तहत मामला दर्ज किया है। वहीं किसानों के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस होने पर राज्य की सियासत गरमा गई है। हरियाणा कांग्रेस प्रमुख कुमारी शैलजा (Selja Kumari) ने कहा कि अब सरकार ने किसानों के खिलाफ मामला दर्ज कर सारी हदें पार कर दी हैं। ये बताता है कि सरकार किसानों की एकजुटता से हताश हो गई है। उन्होंने पूछा कि किसी को झंडे दिखाना कब से हत्या का प्रयास होने लगा है, आखिर कब तक सरकार किसानों का दमन करेगी।