मणिपुर चुनाव: कांग्रेस की लिस्ट के बाद फूटा कार्यकर्ताओं का गुस्सा, फाड़े पोस्टर और बैनर
इम्फाल, 23 जनवरी: चुनावी राज्यों में कांग्रेस रोजाना नई मुसीबत से जूझ रही है। हाल ही में उत्तराखंड में हरीश रावत की नाराजगी खत्म करने के बाद पंजाब में पार्टी के अंदर मतभेद जारी है। वहीं अब मणिपुर में नया विवाद खड़ा हो गया है। शनिवार को मणिपुर विधानसभा चुनावों के लिए जारी की गई कांग्रेस की 40 उम्मीदवारों की लिस्ट के विरोध में कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन शुरू कर दिया।
दरअसल, शनिवार को कांग्रेस ने 60 सीटों वाले मणिपुर के लिए अपनी 40 प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी की थी, जिसके मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री ओकरम इबोबी सिंह को उनकी वर्तमान सीट थाउबल से ही उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं कई लोगों का इस लिस्ट से नाम वंचित था, जिसके बाद कार्यकर्ताओं ने प्रत्याशियों की लिस्ट का खुला विरोध करना शुरू कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक जैसे ही कांग्रेस की लिस्ट जारी हुई, उसके कुछ देर बाद ही कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा। टिकट से वंचित नेताओं के साथ कार्यकर्ताओं ने पार्टी के चुनावी बूथों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। पश्चिम इम्फाल जिले के हियांगलम विधानसभा क्षेत्र में गुस्साए कार्यकर्ताओं ने पार्टी के झंडे और बैनर फाड़ दिए। यहां तक की चुनाव प्रचार करने आने वाले राष्ट्रीय नेताओं के स्वागत में लगे झंडे और बैनर को भी बख्शा।
मणिपुर विधानसभा चुनाव: कांग्रेस ने जारी की पहली लिस्ट, पूर्व सीएम ओकरम इबोबी को थोऊबल से मिला टिकट
कुछ प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं ने कहा कि जिन नेताओं के पास जीतने का सबसे अच्छा मौका था, उन्हें नजरअंदाज कर दिया गया है। पुलिस ने कहा कि राज्य के अन्य हिस्सों में हिंसा को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए गए हैं। 27 फरवरी और 3 मार्च को होने वाले मतदान के लिए मणिपुर में फैल रहे आक्रोश पर राज्य कांग्रेस के नेता अपना कोई बयान नहीं दे रहे हैं। पिछले हफ्ते बिष्णुपुर जिले के कुम्बी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस कार्यालय को बंद कर दिया गया था और सभी रैंकिंग सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा कि मणिपुर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एन. लोकेन ने उम्मीदवार चयन पर निर्वाचन क्षेत्र में पार्टी कार्यकर्ताओं के सुझावों को नहीं सुना।