मणिपुर: 1 सप्ताह पहले आंगनवाड़ी वर्कर को लगी कोरोना वैक्सीन, हुई मौत
Manipur Anganwadi Worker Death: देशभर में कोरोना वैक्सीनेशन का काम युद्धस्तर पर जारी है। अब तक दुनिया के और देशों की तुलना में भारत ने सबसे ज्यादा लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाकर सुरक्षित किया गया है। इस अभियान में लोग भी बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। देश में कोरोना वैक्सीन अभियान का दूसरा फेज शुरू हो चुका है। जिसमें स्वास्थ्यकर्मियों के बाद फ्रंटलाइन वर्कर्स को डोज दी जा रही है। वहीं मणिपुर से खबर सामने आई है कि यहां आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की कोविड -19 वैक्सीन लेने के एक सप्ताह बाद मौत हो गई।
अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि मणिपुर में एक 48 वर्षीय आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की मौत कोविड-19 वैक्सीन की पहली खुराक लगने के एक सप्ताह बाद हुई है। उन्होंने कहा कि बिश्नापुर जिले के कुम्बी तेरखा इलाके की डब्ल्यू सुंदरी देवी को 12 फरवरी को कुम्भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में कोविड -19 वैक्सीन का पहला शॉट मिला था।
उसे 18 फरवरी को मोइरांग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) ले जाया गया था, क्योंकि उसे सांस लेने में तकलीफ थी और शुक्रवार को सीएचसी में उसकी मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि एक विशेष टीम मौत के सही कारण का पता लगाने के लिए पोस्टमार्टम करेगी।
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इस बीच मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने सुंदरी के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की और उनकी शिकायतों को सुना। उन्होंने गहरी संवेदना व्यक्त की और पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर विचार कर परिवार के सदस्यों को उपयुक्त मुआवजे का आश्वासन दिया। वहीं दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया है। इधर, बिष्णुपुर की उपायुक्त नीता अरमब ने कहा कि मृतक के परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि टीकाकरण के समय, सुंदरी ने टीकाकरण टीम को बताया था कि उसे एलर्जी की समस्या है। हालांकि उसके बावजूद भी टीकाकरण आगे बढ़ाया गया।