हुर्रियत को भी बातचीत में शामिल किया जाना चाहिए: मणिशंकर
श्रीनगर। हाल ही निलंबन के बाद कांग्रेस में वापस आए वरिष्ठ नेता मणिशंकर ने कश्मीर विवाद पर बड़ा बयान दिया है। श्रीनगर पहुंचे मणिशंकर अय्यर ने कहा कि, हुर्रियत को भी बातचीत में शामिल करना चाहिए। बता दें कि गुजरात चुनाव के समय पीएम मोदी पर टिप्पणी करने के बाद वह बीजेपी के निशाने पर आ गए थे। जिसके बाद कांग्रेस ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया था।
श्रीनगर में मणिशंकर ने कहा, 'अगर मैं यहां आ रहा हूं तो इसका मैं मतलब है कि मैं कश्मीरियों को अपना और खुद को उनका समझता है। अगर को अलग होना चाहता है तो हमें उससे भी बात करनी चाहिए। बातचीत सबसे होनी चाहिए। मैं बहुत सारे कश्मीरियों को जानता हूं, जो भारत में बने रहना चाहते हैं।'
मणिशंकर ने कहा, 'पिछली बार जब हम लोग यहां आए थे तो हमने हुर्रियत को भी दावत दी थी।और बांदे साहब आए भी थे। फिर हम गए सबसे मिले, जो हमसे मिलना चाहते थे। कई लोग नहीं आ पाए क्योंकि सबको तो कैद करके रखा गया था। हालांकि, मैं यासीन मलिक से नहीं मिल पाया था।
मणिशंकर ने बताया कि, मैंने कल खासतौर पर उनको अपने दोस्त के माध्यम से फोन करवाया था। अब मैं दोवारा आ रहा हूं, उनसे मिल सकता हूं क्या। उन्होंन जवाब भेजा कि, मैं आपसे दिल्ली में मिलूंगा। यहां मैं किसी से नहीं मिल रहा हूं। मैं मानता हूं कि बाकियों की तरह हुर्रियत को भी बातचीत में शामिल किया जाना चाहिए।
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