सांप्रदायिक हिंसा भड़काने के लिए होली पर गोवंश फेंकने वाला आरोपी गिरफ्तार
नई दिल्ली। गाय के नाम पर लोगों के बीच सांप्रदायिक हिंसा भड़काने की कोशिश करने वाले व्यक्ति को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के अनुसार दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने बुधवार को इमरान नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। इमरान गो हत्या का आरोपी है और उसपर 25000 रुपए का इनाम है। इमरान गाजियाबाद के अशर्फिया मस्जिद के पास रहता है, पुलिस ने उसे दिल्ली के हर्ष विहार से गिरफ्तार किया है।
होली पर सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का आरोप
इमरान और उसके सहयोगी 21 मार्च को होली के मौके पर हर्ष विहार में सांप्रदायिक हिंसा भड़काने के आरोपी हैं। हर्ष विहार के स्थानीय लोगों ने 21 मार्च को गाय के शव के टुकड़े देखें और गाय के बछड़े के भ्रूण को देखा। शव के ये टुकड़े अरोड़ा फॉर्म में थे। जब लोगों ने इसके खिलाफ विरोध किया तो तो माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया। लेकिन पुलिस की त्वरित कार्रवाई के बाद स्थिति पर नियंत्रण पा लिया गया था। पुलिस ने यहां के दोनों पक्षों के बुजुर्गों से बात के बाद स्थिति को काबू पाने की कोशिश की। लोगों को भरोसे में लिया गया कि इस तरह की घटना भविष्य में नहीं होगी।
पुलिस ने तीन लोगों को किया था गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज करके इसकी जांच शुरू कर दी थी। जांच के दौरान तीन लोगों को परवेज, लुकमैन, इंशाल्लाहम को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। हालांकि मामले का मुख्य आरोपी इमरान के सहयोगियों की गिरफ्तारी के बाद वह खुद अंडरग्राउंड हो गया। तीनों गिरफ्तार आरोपियों से पुलिस ने जब पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि 21 मार्च को इन लोगों ने इमरान के साथ मिलकर गो हत्या की थी और पूरे इलाके में गाय के टुकड़े फैला दिए थे।
छिपता फिर रहा था इमरान
इस घटना के बाद इमरान लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था, वह कभी उत्तर प्रदेश तो कभी उत्तराखंड और फिर दिल्ली एनसीआर में छिपा हुआ था। जिससे कि वह गिरफ्तारी से बच सके। पूछताछ में इमरान ने बताया कि उसके परिवार का बिजनेस यही है कि वह पशुओं की खरीद-फरोख्त करते हैं। उसने बताया कि गाय की हत्या के बाद उसके टुकड़ों को उसने इलाके में फैला दिया था, जिससे कि क्षेत्र में सांप्रदायिक हिंसा भड़के। इमरान ने बताया कि 2016 में उसके खिलाप पशु क्रूरता एक्ट के तहत भी मामला दर्ज हो चुका है। उसपर आरोप है कि उसने भैंस को जहरीला इंजेक्शन दिया था, जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई थी। इसी वर्ष उसे एक और मामले में भी गिरफ्तार किया गया था।