Zoom वीडियो कॉल के जरिए व्यक्ति को दी गई सजा ए मौत, जानिए क्या है पूरा मामला
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के चलते पूरी दुनिया जहां थी वहीं रुकी हुई है। हर देश में लॉकडाउन जारी है। लेकिन इसी लॉकडाउन के बीच सिंगापुर में एक व्यक्ति को सजा ए मौत सुनाए जाने की खबर आई है। वो ड्रग डीलर था और जूम वीडियो कॉल के जरिए उसे सजा सुनाई गई है। सिंगापुर में ये पहला ऐसा मामला है जब वीडियो कॉलिंग के जारिए किसी शख्स को मौत की सजा दी गई हो। जानकारी के मुताबिक मलेशिया के 37 वर्षीय पुनीथन गेनसन को साल 2011 में हेरोइन की लेन-देन में हाथ होने के लिए सजा मिली थी। बाद में छानीबीन हुई तो पता चला कि वो नशे के कारोबार में उसकी मुख्य भूमिका है।
सिंगापुर के सुप्रीम कोर्ट के प्रवक्ता ने वायरस को कम करने के लिए लगाए गए प्रतिबंधों का हवाला देते हुए कहा, कार्यवाही में शामिल सभी लोगों की सुरक्षा के लिए, वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा लोक अभियोजक वी पुनीथन ए/एल गनासन की सुनवाई हुई। उल्लेखनीय है कि सिंगापुर में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। कोरोना के प्रसार पर रोक लगाने के लिए देश में लॉकडाउन है। इसके चलते सिंगापुर में कई अदालतों की सुनवाई स्थगित कर दी गई है जो अप्रैल की शुरुआत में शुरू हुई थी और 1 जून तक चलने वाली है।
हालांकि बहुत जरूरी पड़ने पर सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो कर सुनवाई हो रही है। कुछ मामले वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भी सुने जा रहे हैं। गौर करने वाली बात ये है कि सिंगापुर में अवैध ड्रग्स के लिए जीरो-टॉलरेंस की नीति है और सैकड़ों लोगों को फांसी दी जा चुकी है, जिसमें दर्जनों विदेशी भी शामिल हैं। वहीं, अधिकार समूहों ने मौत के मामलों में जूम वीडियो का उपयोग करने की आलोचना की है। फर्नांडो ने कहा कि उन्होंने वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के इस्तेमाल पर कोई आपत्ति नहीं जताई क्योंकि यह केवल न्यायाधीश के फैसले को सुनने के लिए थी। इसे स्पष्ट रूप से सुना जा सकता है और इस दौरान कोई कानूनी तर्क नहीं दिया गया। सिंगापुर में कई अदालतों की सुनवाई लॉकडाउन के दौरान स्थगित कर दी गई है जबकि आवश्यक समझे जाने वाले मामलों को वीडियो कॉल के जरिए सुना जा रहा है।