अपनी ही 3 साल की भतीजी का किया रेप, रिकॉर्डिंग से सामने आई हैवानियत


नई दिल्ली। महज साढ़े तीन साल की बच्ची का रेप करने और फिर उसकी हत्या करने के मामले में एक शख्स को अपनी पूरी जिंदगी सलाखों के पीछे बिताने की सजा दी गई है। दिल्ली हाई कोर्ट ने इसे हिंसक यौन हमला (वायलेंट सेक्शुअल अटैक) मानते हुए दोषी की उम्रकैद की सजा को बरकरार रखा है। यह फैसला जस्टिस प्रतिभा रानी और रेखा पाली की बेंच द्वारा सुनाया गया है। रेप और हत्या के इस मामले में पुलिस ने कोर्ट में एक वीडियो रिकॉर्डिंग भी पेश की थी, जिसके चलते दोषी को सख्त से सख्त सजा दी गई है।

ये है उस रिकॉर्डिंग में
रिकॉर्डिंग को देखकर यह साफ होता है कि उस शख्स ने मासूम बच्ची की हत्या की है। रिकॉर्डिंग में दोषी यह कहता हुआ सुनाई दे रहा है कि उस बच्ची ने कहा था वह अपनी मां को यह सब बता देगी, इसी की वजह से शख्स ने मासूम बच्ची को मौत के घाट उतार दिया। कोर्ट के सामने रिकॉर्डिंग से यह साफ हो गया कि उस शख्स ने अपने अपराध को छुपाने के लिए अपने रिश्तेदार की बेटी की हत्या कर दी है।

हिंसक यौन हमला किया
कोर्ट की बेंच ने यह कहा है कि उस बच्ची को बहुत पीटा गया था और फिर उसके साथ यौन हिंसक व्यवहार किया गया था। कोर्ट ने कहा कि उस मासूम बच्ची की तो चीख भी कोई नहीं सुन पाया होगा, क्योंकि इस वारदात को सुनसान जंगल में अंजाम दिया गया था। दरअसल, उम्र कैद की सजा ट्रायल कोर्ट ने सुनाई थी, जिसके बाद उसके हाईकोर्ट में फैसले को चुनौती दी थी, लेकिन हाईकोर्ट ने भी ट्रायल कोर्ट के फैसले को बरकरार रखा है।

टॉफी का लालच देकर किया रेप
यह घटना 25 नवंबर 2010 की है। 24 नवंबर 2010 को बच्ची लापता हो गई थी, जिसके बाद उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि एक व्यक्ति टॉफी का लालच देकर बच्ची को जंगल ले गया था, जहां पर उसने बच्ची के साथ रेप किया। यह शख्स बच्ची के पिता का रिश्तेदार है, जिसने रेप के बाद बच्ची की हत्या कर दी थी।
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