सियासी घमासान के बीच उद्धव ठाकरे के खिलाफ थाने पहुंचा शख्स, लगाया बड़ा आरोप
महाराष्ट्र में चल रही सियासी उठापटक के बीच एक शख्स ने उद्धव ठाकरे पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है।
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में सरकार गठन की अटकलों के बीच राजनीतिक हालात तेजी से बदल रहे हैं। शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के नेताओं में बातचीत का सिलसिला जारी है, लेकिन सरकार को लेकर अभी तक कुछ भी स्पष्ट नहीं हो पाया है। हालांकि शिवसेना के दिग्गज नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने दावा किया है कि शनिवार को तीनों पार्टियों के विधायक राज्यपाल से मिलेंगे और एक दिसंबर तक महाराष्ट्र में सरकार का गठन कर लिया जाएगा। इसी सियासी हलचल के बीच एक शख्स शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के खिलाफ शिकायत लेकर पुलिस थाने पहुंचा और धोखाधड़ी का केस दर्ज करने की मांग की।
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'हिंदुत्व की रक्षा के लिए वोट मांगे और अब...'
मामला महाराष्ट्र के औरंगाबाद का है, जहां रत्नाकर चौरे नामक शख्स गुरुवार को अपनी शिकायत लेकर बेगमपुरा पुलिस थाने पहुंचा। रत्नाकर ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे, औरंगाबाद से पूर्व सांसद चंद्रकांत खैरे और विधायक प्रदीप जायसवाल पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। रत्नाकर ने कहा कि इन तीनों नेताओं ने हिंदुत्व की रक्षा के लिए भाजपा-शिवसेना गठबंधन के नाम पर वोट मांगे थे। अब शिवसेना उन पार्टियों से गठंबधन कर सरकार बनाने की कोशिश कर रही है, जिनके खिलाफ वो चुनाव लड़ी। रत्नाकर ने कहा कि यह उसके साथ धोखाधड़ी है, इसलिए शिवसेना के इन तीनों नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किया जाए।
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नई सरकार में होंगे दो डिप्टी सीएम!
आपको बता दें कि महाराष्ट्र में सरकार को लेकर कांग्रेस-एनसीपी और शिवसेना के बीच लगातार बातचीत का दौर चल रहा है। वहीं, खबर है कि तीनों दलों के बीच गठबंधन को लेकर डील लगभग फाइनल हो चुकी है और अगले महीने की शुरुआत में महाराष्ट्र में सरकार का गठन हो सकता है। इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, अगर सब कुछ ठीक रहा तो समझौते के तहत महाराष्ट्र की नई सरकार में दो डिप्टी सीएम होंगे, जिनमें से एक कांग्रेस और एक एनसीपी से होगा।
सीएम पद पर रोटेशन नहीं होगा
खबर के मुताबिक, उद्धव ठाकरे ही पूरे पांच साल के लिए राज्य के मुख्यमंत्री होंगे और इस पद पर कोई रोटेशन सिस्टम नहीं होगा। नई विधानसभा में तीनों दलों के बीच संख्याबल के आधार पर 42 विभागों का बंटवारा किया जाएगा। 288 सीटों वाली विधानसभा में शिवसेना के 56, एनसीपी के 54 और कांग्रेस के पास 44 विधायक हैं। इस संख्याबल के मुताबिक, तीनों दलों को क्रमश: 15, 14 और 13 पोर्टफोलियो मिल सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि शिवसेना ने स्पीकर पद को लेकर अंतिम फैसला एनसीपी और कांग्रेस पर छोड़ दिया है। स्पीकर के पद के लिए कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण का नाम चर्चा में है।
पवार फिलहाल नहीं खोल रहे पत्ते
बताया जा रहा है कि राज्य में एक गैर-भाजपा सरकार का गठन करने के लिए इस पूरे समझौते की रूपरेखा शरद पवार ने तैयार की है। हालांकि बीते सोमवार को सोनिया गांधी से दिल्ली में मुलाकात के बाद शरद पवार ने अपने पत्ते नहीं खोले और कहा कि सरकार गठन को लेकर हम दोनों के बीच कोई बात नहीं हुई है। शरद पवार ने कहा कि हमने महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति पर विस्तार से चर्चा की। हम हालात पर नजर बनाए हुए हैं और जल्द ही इस संबंध में आगे की बातचीत की जाएगी।
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