सुप्रीम कोर्ट पहुंचे 'जॉन अब्राहम', आधार कार्ड के खिलाफ लगाई गुहार
मुंबई। आजकल आधार कार्ड के बिना कोई भी काम करवाना नामुमकिन सा है। सरकार के आधार कार्ड अनिवार्य करने के बाद से बच्चे के नर्सरी में एडमिशन से लेकर फोन और पैन नंबर तक के वेरिफिकेशन में आधार कार्ड मांगा जा रहा है। इसके बिना काम चलना मुश्किल है लेकिन जॉन अब्राहम को इससे फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने आधार कार्ड के खिलाफ जंग छेड़ दी है और इसके लिए सुप्रीम कोर्ट में मदद की गुहार भी लगाई है।
'जबरदस्ती नहीं कर सकती सरकार'
वैसे ये बॉलीवुड सेलेब्रिटी जॉन अब्राहम नहीं, बल्कि रेलवे में काम करने वाले जॉन अब्राहम हैं। मुंबई के अंधेरी में रहने वाले जॉन ने केंद्र सरकार को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में आधार कार्ड के खिलाफ आवाज लगाई है। अब्राहम का कहना है कि सरकार की बाध्यता के बावजूद वो अपना और परिवार का आधार कार्ड नहीं बनाएंगे। उनका कहना है कि सरकार किसी से जबरदस्ती कुछ नहीं करा सकती है और कार्ड को अनिवार्य करना गंभीर अन्याय है।
बिना आधार हो रही कई तकलीफें
अब्राहम आधार कार्ड न होने के कारण काफी परेशानियों से जूझ रहे हैं फिर भी उन्होंने इसे बनवाने से साफ इंकार कर दिया है। उनके 17 साल के बेटे का मुंबई के सेंट जेवियर कॉलेज में आधार न होने के कारण एडमिशन नहीं हुआ। अस्पताल में भी बिना आधार के इलाज में दिक्कतें आईं। उनकी परेशानियां यहीं खत्म नहीं होती हैं। अब्राहम ने हाल ही में रेलवे से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली है लेकिन उन्हें नहीं मालूम कि बिना आधार के पेंशन मिलेगी की भी नहीं।
फैसले पर अटल हैं जॉन
इतनी दिक्कतों का सामना करने के बाद भी उन्होंने अपना फैसला नहीं बदला। अब्राहम ने अगस्त में बॉम्बे हाईकोर्ट में सेंट जेवियर के खिलाफ आवाज उठाई थी। उन्होंने गुहार लगाते हुए कहा था कि कोर्ट कॉलेज को बिना आधार के एडमिशन लेने के निर्देश दे लेकिन कोर्ट ने इससे इंकार कर दिया था। कोर्ट कहा कि अगर वो आधार कार्ड बनवा लेते हैं तो उन्हें कोर्ट से राहत मिल सकती है।
क्या सुप्रीम कोर्ट से मिलेगी राहत?
कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ अब्राहम ने उच्चतम न्यायालय का रुख किया। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में महाराष्ट्र सरकार और बॉम्बे हाईकोर्ट से जवाब मांगा है। एडमिशन न मिलने के कारण अब्राहम के बेटे का आधा साल बर्बाद हो गया है। उन्होंने कोर्ट से पूछा कि इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा। अब्राहम का कहना है कि चाहे जितनी मुश्किलें आएं, लेकिन वो इसके खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे।