शख्स ने बनाया पानी से चलने वाला इको फ्रेंडली इंजन, भारत में नहीं सुनी किसी ने तो जापान में किया लॉन्च
नई दिल्ली। तमिलनाडु के कोयंबटूर में एक मैकेनिकल इंजीनियर एस कुमारास्वामी ने एक अनोखे इंजन का अविष्कार किया है। ये एक ऐसा इंजन है जो डिजिटल वाटर से चलता है। बता दें कि ये अपने आप में एक खास तरह का इंजन है। ऐसे में इसे एक बड़े अविष्कार के रूप में देखा जा रहा है। लेकिन दुख की बात है कि भारत में प्रशासन की उदासीनता के चलते कुमारास्वामी को अपना ये अविष्तार जापान में जाकर लॉन्च करना पड़ा है।
इंजन को बनाने में लगाए 10 साल
एस कुमारास्वामी ने इस इंजन को बनाने में अपनी जिंदगी के पूरे 10 साल लगा दिए। वे लगातार मेहनच करते रहे और हार नहीं मानी। कुमारास्वामी का दावा है कि उनका बनाया इंजन अपनी तरह का दुनिया का पहला इंजन है। अन्य इंजन धुआं छोड़ते हैं जबकि ये आक्सीजन छोड़ता है। ऐसे में इससे बेहतर क्या होगा।
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इको फ्रेंडली है आक्सीजन छोड़ने वाला इंजन
इस इंजन में ईंधन के रूप में हाइड्रोजन का इस्तेमाल होता है। इसके अलावा ये इंजन इको फ्रेंडली है। इको फ्रेंडली इसलिए क्योंकि ये किसी तरह का प्रदूषण फैलाने वाला धुआं नहीं बल्कि ऑक्सीजन छोड़ता है।
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भारत में नहीं मिली मदद तो लेना पड़ा जापान का सहारा
एस कुमारास्वामी कहते हैं कि 'मेरा सपना था कि मैं इस इंजन को भारत में इंट्रोड्यूस करूं, इसलिए मैंने सभी प्रशासनिक दरवाजे खटखटाए। मगर मुझे कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला। इसलिए मैंने जापान के सरकार से संपर्क साधा और मुझे वहां यह अवसर मिला। अब आने वाले दिनों में यह इंजन जापान में लॉन्च किया जाएगा।' जापान में उनके इस अविष्कार को लॉन्च करने की इजाजत मिली तो मानो उनकी सालों की मेहनत सफल हो गई लेकिन इसे भारत में लॉन्च न कर पाने का एक अफसोस उनके मन में रह गया।
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