लॉकडाउन के दौरान बाहर जाने पर भाई की हत्या मामले पर पुलिस का खुलासा
नई दिल्ली। पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में पांच लाख से ज्यादा लोग आ चुके हैं। इस वायरस का खौफ लोगों के भीतर इस कदर बढ़ रहा है कि घर में बंद लोग अवसाद में जा रहे हैं और बेहद ही असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। पिछले कई महीनों से इस वायरस के आतंक का असर ना सिर्फ लोगों के शरीर बल्कि मस्तिष्क पर भी पड़ रहा है। भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा की थी। प्रशासन लगातार कोशिश कर रहा है कि लोग घर से बाहर नहीं निकले और लोगों से अपील की जा रही है कि लोग अपने घर में ही रहे। लेकिन मुंबई में घर से बाहर निकलने को लेकर हुए विवाद में हत्या का मामला सामने आया है।
बाहर जाने पर हुआ विवाद
मुंबई में एक व्यक्ति ने अपने भाई को सिर्फ इसलिए मौत के घाट उतार दिया क्योंकि उसके भाई ने इस बात पर आपत्ति जाहिर की थी कि आखिर वह घर से क्यों बाहर गया। पुलिस ने बताया कि राजेश ने कथित रूप से अपने भाई दुर्गेश की हत्या कर दी। दरअसल राजेश अपनी पत्नी के साथ 25 मार्च को सब्जी खरीदने गया था। लेकिन जब राजेश वापस घर आया तो उसके भाई ने इसपर आपत्ति जाहिर की। जिसके बाद दोनों के बीच विवाद बढ़ा और राजेश ने अपने भाई को मौत के घाट उतार दिया है। यह मामला मुंबई के कांदिवली इलाके का है। घटना 25 मार्च की है।
भाई को उतारा मौत के घाट
जानकारी के अनुसार दुर्गेश एक निजी कंपनी में काम करता था। लेकिन कोरोना वायरस के चलते वह वापस घर लौट आया। दोनों के बीच बाहर जाने को लेकर विवाद इस कदर बढ़ा कि राजेश ने अपने भाई पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। जिसके बाद दुर्गेश को अस्पताल ले जाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। आरोपी राजेश के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है।
पीएम ने की थी अपील
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च को देशव्यापी लॉकडाउन का ऐलान किया था। उन्होंने 21 दिन तक लोगों से अपने घर में रहने की अपील की थी। पीएम मोदी ने कहा था कि हमे 21 दिन तक अपने और अपने परिवार के लोगों के घर के भीतर रहना है। देश इस महामारी से एकजुट होकर लड़ेगा। बता दें कि महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 100 को पार कर गई है।
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