वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में धोनी के आउट होने का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाया फैन, हार्टअटैक से मौत
पटना। आईसीसी विश्व कप-2019 में भारतीय टीम का सफर सेमीफाइनल में खत्म हो गया। उसे दो दिन तक चले रोमांचक सेमीफाइनल मैच में न्यूजीलैंड के हाथों 18 रनों से हार का सामना करना पड़ा। भारत की इस हार से फैंस सदमे में हैं। क्रिकेट और टीम इंडिया को दीवानगी की हद तक चाहने वाला एक फैन इस सदमे को सह नही पाया। आखिरी ओवर में धोनी के रन आउट होते ही हार्ट अटैक से उसकी मौत हो गई। वहीं दूसरी तरफ ओडिशा में एक युवक ने जहर खाकर जान देने की कोशिश की लेकिन समय रहते उसे अस्पताल ले जाया गया जहां अब वो खतरे से बाहर है।
धोनी के रन आउट होती ही पड़ा दिल का दौरा
49 वर्षीय अशोक पासवान किशनगंज सदर अस्पताल में ड्रेसर के पद पर तैनात थे। अशोक पासवान मैच के दौरान धोनी और रवींद्र जडेजा की शानदार बल्लेबाजी का आनंद ले रहे थे। हर एक शॉट पर रोमाचिंत होकर पटाखे जला रहे थे। जैसे-जैसे मैच अंतिम दौर में पहुंचा अशोक पासवान के चेहरे से रौनक गायब होने लगी। खुशी मातम में तब बदल गई जब धोनी आउट हो गए। धोनी के आउट होते ही उन्हें हार्ट अटैक आया। वह सांस नहीं ले पाने की शिकायत पर परिजन फौरन अस्पताल ले गए जहां उनकी मौत हो गई। सदर अस्पताल के डीएस डॉ अनवर हुसैन ने बताया कि अस्पताल पहुंचने से पहले ही अशोक की मौत हो चुकी थी। उन्होंने ने बताया कि अशोक की मौत हार्ट अटैक से हुई।
धोनी के आउट होते ही युवक ने जहर खाया
मामला ओडिशा के कालाहांडी का है। यहां के धर्मगढ में रहने वाला एक युवक सेमीफाइनल में भारत की हार को बर्दाशत नहीं कर सका। सीएमओ बनलता देवी के मुताबिक युवक के पेट से जहर मिला है। युवक के घर वालों ने बताया कि मैच में भारत को मिली हार के बाद वो कमरे में गया और जहर खा लिया। सीएमओ के मुताबिक उसकी हालत अब खतरे से बाहर है।
धोनी थे आखिरी उम्मीद
मैनचेस्टर के मैदान पर पहले बल्लेबाजी करते हुए इस मुकाबले में न्यूजीलैंड की टीम ने 50 ओवर में 239 रन बना दिए। जिसके जवाब में भारतीय टीम 221 पर ऑलआउट हो गई। इस मैच में धोनी क्रीज पर भारत की आखिरी उम्मीद थे। आखिरी दो ओवरों में भारत को 31 रनों की दरकार थी। धोनी ने पहली गेंद पर छक्का मारा और दूसरी गेंद पर दो रन लेने चाहे। दूसरा रन लेने दौड़े धोनी मार्टिन गप्टिल की डायरेक्ट हिट से पहले बल्ला क्रीज पर नहीं रख सके और यहीं भारत की उम्मीदें खत्म हो गईं। इस मुकाबले में रवींद्र जडेजा ने भारत की तरफ से सबसे ज्यादा 77 रन बनाए।