पोस्टमार्टम की तैयारी हो चुकी थी, रूम में ले जाते वक्त मुर्दे ने पकड़ लिया स्वीपर का हाथ और फिर...
भोपाल। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में एक अनोखा और सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां पर एक शव को पोस्टमार्टम के लिए मॉर्चुरी ले जाया गया। पोस्टमार्टम की तैयारी की जा रही थी। डॉक्टर और स्वीपर भी अंदर पहुंच चुके थे, कि तभी मुर्दे ने स्वीपर का हाथ पकड़ लिया। घटना से हैरान डॉक्टर ने तुरंत स्थिति संभाली और उसे वार्ड में ले जाया गया। पता चला कि जिसे मुर्दा समझ मॉर्चुरी में रखा गया था, वो युवक जिंदा था। युवक का तुरंत इलाज शुरू किया गया। उसकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है। विस्तार से जानिए पूरा मामला
पहले जान लीजिए क्या हुआ था
रविवार की रात को छिंदवाड़ा जिले के जुन्नारदेव विकासखंड में प्रसिद्ध हिंगलाज मंदिर के पास हिमांशु का एक्सीडेंट हो गया था। हिमांशु भारद्वाज को स्थानीय अस्पताल में इलाज के बाद फौरन नागपुर रेफर कर दिया गया था, लेकिन नागपुर के डॉक्टर ने युवक को मृत घोषित कर दिया था। परिजनों को इस पर यकीन नहीं हुआ, वे उसे नागपुर के अस्पताल ले गए, जहां युवक को एक बार फिर मृत घोषित करते हुए शव को वापस छिंदवाड़ा भेज दिया गया।
पोस्टमार्टम के समय जिंदा हो गया हिमांशु
छिंदवाड़ा आने के बाद हिमांशु का शव पोस्टमार्टम हाउस में रखवा दिया गया। करीब 4 घंटे तक पुलिस कार्रवाई चली और फिर शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया। हिमांशु के शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया जा रहा था, तभी उसने स्वीपर का हाथ पकड़ लिया। इसके बाद तो सारे लोग चौंक गए।
फौरन हुआ इलाज और जिंदा हो गया हिमांशु
पहले तो इस घटना से वहां मौजूद डॉक्टर व अन्य हक्के-बक्के रह गए लेकिन फिर डॉक्टर ने तुरंत युवक को वार्ड में ले जाने को कहा। जहां जांच में सामने आया कि युवक की सांसे धीमी-धीमी चल रही थीं। तत्काल उसका इलाज शुरू किया गया। स्थिति संभलने पर उसे एक बार फिर बेहतर इलाज के लिए नागपुर अस्पताल रेफर कर दिया गया। इस घटना के बाद से युवक के परिजनों में काफी आक्रोश है। वे इसके लिए सीधे तौर पर अस्पताल को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। हालांकि, इस मामले में फिलहाल अस्पताल की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।