अमित शाह के बयान पर ममता बनर्जी का पलटवार, बोलीं- बंगाल में नहीं लागू होने देंगे NRC
नई दिल्ली। भारत में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को लेकर राजनीतिक बहस बढ़ती ही जा रही है। बुधवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एनआरसी को लेकर फिर एक बार मोदी सरकार को घेरा है। सीएम ममता ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस सरकार पश्चिम बंगाल में कभी भी एनआरसी को लागू करने की अनुमति नहीं देगी। बंगाल में रहने वाली जनता की नगरिकता कोई भी नहीं छीन सकता।
अमित शाह पर किया पलटवार
एनआरसी पर दिए गृहमंत्री अमित शाह के बयान पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि, कोई भी बंगाल में किसी की नागरिकता नहीं ले सकता है। ममता ने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल की सरकार सांप्रदायिक आधार पर लोगों को विभाजित नहीं करती। बता दें इससे पहले भी ममता और अमित शाह एनआरसी मुद्दे पर एक दूसरे के सामने आ चुके हैं। हाल ही में सीएम ममता बनर्जी ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि लोगों को बेवकूफ बनाने की यह नई चाल है, जो इस देश के नागरिक हैं उन्हें अब विदेशी बताया जा रहा है।
क्या कहा अमित शाह ने ?
'हिंदू, सिख, जैन, ईसाई, बौद्ध और पारसी शरणार्थियों को नागरिकता मिल जाएगी। इसलिए ही तो बिल संशोधित करने की जरूरत थी। ताकि जिन शरणार्थियों को पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धर्म के कारण भेदभाव का सामना करना पड़ता है, उन्हें भारतीय नागरिकता मिल सके। एनआरसी में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है जो कहता है कि इसके तहत किसी अन्य धर्म को नहीं लिया जाएगा। भारत के सभी नागरिक चाहे वे किसी भी धर्म के हों, एनआरसी सूची में शामिल होंगे। एनआरसी नागरिकता संशोधन विधेयक से अलग है।'
ओवैसी पर भी बोला हमला
सोमवार को तृणमूल चीफ और सीएम ममता बनर्जी बंगाल के सीमावर्ती जिले कूचबिहार में एक रैली को संबोधित कर रही थीं जहां से उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी पर हमला बोला। ममता ने एआईएमआईएम और उसके चीफ ओवैसी का बिना नाम लिए कहा कि, कुछ लोग और उनकी पार्टी समुदायों में भेदभाव फैलाने का काम कर रही है। इसी के साथ ममता ने अल्पसंख्यकों से अपील की है कि वह ऐसी ताकतों पर भरोसा ना करें। ममता ने कहा कि, ऐसे लोग अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का दावा करते हैं लेकिन आप इनके बहकावे में ना आएं।
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