ममता बनर्जी का पीएम मोदी मोदी पर निशाना, बोली-आडवाणी की हुई बेइज्जती
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने मंगलवार को लाल कृष्ण आडवाणी के बहाने भारतीय जनता पार्टी के मौजूदा नेतृत्व पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि आडवाणी बीजेपी के असली मेंटर थे। गौरतलब है कि देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री और भाजपा के संस्थापक सदस्यों में एक लाल कृष्ण आडवाणी को बीजेपी ने इस बार लोकसभा का टिकट नहीं दिया है। इसी को लेकर बीजेपी और खासकर पीएम मोदी पर विपक्ष हमलावर है।
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'आडवानी की बीजेपी ने की बेइज्जती'
पश्चिम
बंगाल
की
सीएम
ने
कहा
कि
लालकृष्ण
आडवाणी
बीजेपी
के
असली
मेन्टर
थे।
पार्टी
के
नेताओं
की
नई
पौध
की
वजह
से
पुराने
दिनों
को
भुला
दिया
गया
है।
लेकिन
'ओल्ड
इज़
गोल्ड'।
यह
ये
लालकृष्ण
आडवाणी
की
बेइज्जती
है।
लेकिन
यह
मेरा
विचार
है।
वे
इससे
सहमत
नहीं
भी
हो
सकते
हैं।
वहीं
लोकसभा
चुनाव
के
लिए
बीजेपी
ने
अपने
स्टार
प्रचारकों
ने
की
सूची
जारी
कर
दी
है।
इसमें
लाल
कृष्ण
आडवाणी
और
मुरली
मनोहर
जोशी
का
नाम
नहीं
है।
अमित शाह को मिला टिकट
भारतीय जनना पार्टी ने होली के दिन लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी। इस लिस्ट में लाल कृष्ण आडवाणी की जगह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को गांधीनगर से टिकट दिया गया है। गांधीनगर आडवाणी की परंपरागत सीट है। वो लंबे समय तक यहां से सांसद थे। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक जिस तरीके से पार्टी ने उनका टिकट काटा है वो इससे नाराज बताए जा रहे हैं। उनकी उम्र 91 साल है और उन्हें पार्टी के मार्गदर्शक मंडल में चार साल पहले ही भेज दिया गया था।
मुरली मनोहर जोशी को भी नहीं दिया गया टिकट
भाजपा के वरिष्ठ नेता और अटल-आडवाणी के दौर के मुरली मनोहर जोशी का टिकट भी बीजेपी ने काट दिया है। मंगलवार को जारी सूची में कानपुर से उनका टिकट भी काट दिया गया है। कानपुर से मुरली मनोहर जोशी की जगह सत्यदेव पचौरी को टिकट मिला है। मुरली मनोहर जोशी ने आज ही बताया था कि उनसे चुनाव नहीं लड़ने के लिए कहा जा रहा है। भाजपा के 75 पार के कई नेताओं को इस बार चुनाव में नहीं उतारा गया है। इसमें कलराज मिश्र, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी और भुवन चंद्र खंडूरी प्रमुख है। इसके अलावा शांता कुमार भी इस लिस्ट में शामिल हैं।
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