दिल्ली हिंसा पर ममता बनर्जी की 'नरक' कविता वायरल, लिखा- रक्त बहा, गिरी लाश! खून की होली
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने दिल्ली की हिंसा पर एक भावुक कविता लिखी है। उन्होंने इस कविता को अपने फेसबुक अकाउंट पर शेयर किया है। कविता के माध्यम से दिल्ली की हिंसा की निंदा करते हुए ममता ने तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाओं का जवाब मांगा है। उनकी कविता का शीर्षक 'नरक' है, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है।
'कहां हैं हम? किस ओर जा रहे हैं?'
ममता ने कविता में लिखा, 'कहां हैं हम? किस ओर जा रहे हैं? स्वर्ग के परे नरक में! कितने प्राण बिसर गए, फिर कभी न लौटेंगे अब। रक्त बहा, गिरी लाश! धधक रही है क्रोधाग्नि, होली के पहले ही खून की होली असहाय बनी मानवता। पत्ते ठिकाने की लड़ाई गुम हो गई, बंदूक की नली की तूफानों में फंसा देश, शांत देश, अशांत हो गया- क्या गणतंत्र समाप्त हो गया? कौन देगा इसका उत्तर? और क्या निकालेगा कोई समाधान! तुम और मैं मूकदर्शक नरक बन गया पुण्यस्थान।'
टीएमसी ने शाह के इस्तीफे पर साधी चुप्पी
इससे पहले मंगलवार को ममता बनर्जी ने दिल्ली के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की थी। जहां एक ओर सभी राजनीतिक पार्टियां गृहमंत्री अमित शाह का इस्तीफा मांग रही थीं, वहीं ममता की टीएमसी इसपर चुप्प रही। अभी तक दिल्ली हिंसा में मरने वालों की संख्या 32 हो गई है और 200 से अधिक लोगों के घायल होने की खबर है। हालांकि अब हालात सामान्य हैं। हिंसा प्रभावित इलाकों के साथ-साथ अन्य स्थानों पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
दिल्ली में अब सामान्य हैं हालात
यहां सोमवार को दो समुदायों के बीच शुरू हुई हिंसा मंगलवार तक कई इलाकों में जा पहुंची। इस दौरान लोगों के घरों, दुकानों और वाहनों को दंगाइयों ने आग के हवाले कर दिया। गृहमंत्री अमित शाह ने 24 घंटे के भीतर तीन बार बैठक की। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हिंसा प्रभावित क्षेत्रों के अधिकारियों और विधायकों के साथ अपने आवास पर बैठक की और शाह द्वारा बुलाई गई बैठक में भी शामिल हुए। साथ ही उन्होंने सरकार से सेना भेजने की मांग की। इसके अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने भी हिंसा से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया।