'जय श्री राम' के नारे के बाद ममता बनर्जी ने छोड़ा मंच, कैलाश विजयवर्गीय बोले- ये उनकी राजनीति का हिस्सा
नई दिल्ली। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर शनिवार को पश्चिम बंगाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में पराक्रम दिवस मनाया गया। कार्यक्रम में पीएम मोदी के साथ बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) भी मौजूद रहीं लेकिन मंच से भाषण शुरू करने के दौरान लोगों द्वारा 'जय श्री राम' के नारे लगाए गए, जिसके बाद ममता ने स्पीच देने से इनकार कर दिया। सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि किसी को बुलाकर उसकी बेइज्जती करना ठीक नहीं है। इस मामले पर बीजेपी और टीएमसी के नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आ रही है।
नारे लगाए जाने के बाद सीएम ममता बनर्जी के मंच छोड़ने को लेकर बीजेपी के पश्चिम बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने उनपर निशाना साधा है। विजयवर्गीय ने कहा, 'मैं यह नहीं समझ पा रहा हूं कि आखिर 'जय श्री राम' का नाम जपने में समस्या क्या है और ममता बनर्जी इससे क्यों नाराज हैं। मुझे लगता है यह नारा उनके सम्मान में लगाया गया, जब वह मंच पर आई थीं। नारे की वजह से मंच छोड़ना उनकी हताशा के अलावा और कुछ नहीं दर्शाता।'
I fail to understand what is the problem in chanting Jai Shri Ram & why Mamata Ji gets annoyed with it. I think the slogan was raised in her honour when she stood up. Leaving the dais because of the slogan shows nothing but her frustration: BJP General Secy Kailash Vijayvargiya https://t.co/PG0nTeLMXC pic.twitter.com/pOHcKCpYZB
— ANI (@ANI) January 23, 2021
विजयवर्गीय ने आगे कहा, 'जय श्रीराम' नारे पर नाराज होना, ये ममता बनर्जी की सोची समझी राजनीति का हिस्सा है। चुनाव में अल्पसंख्यकों का वोट पाने के लिए उन्होंने इस मंच से राजनीतिक लाभ उठाया। सिर्फ नारे की वजह से ममता बनर्जी का भाषण देने से इनकार करना उनकी हताशा को जाहिर करता है।' उन्होंने आगे कहा कि नेताजी की जयंती पर पीएम मोदी के सामने सीएम ममता ने जिस तरह राजनीतिक हथकंडा अपनाया, उसकी वह कड़ी निंदा करते हैं।
ममता
ने
क्या
कहा?
बता
दें
कि
कोलकाता
के
विक्टोरिया
मेमोरियल
में
केंद्र
सरकार
की
ओर
से
नेताजी
सुभाष
चंद्र
बोस
पर
डाक
टिकट
जारी
किए
जाने
के
बाद
मंच
संचालक
ने
ममता
बनर्जी
को
भाषण
के
लिए
बुलाया।
इस
दौरान
यहां
मौजूद
लोगों
ने
जय
श्रीराम
और
भाजपा
के
पक्ष
में
नारेबाजी
कर
दी।
इस
पर
ममता
बनर्जी
नाराज
हो
गईं।
ममता
बनर्जी
ने
कहा,
यह
किसी
पॉलिटिकल
पार्टी
का
प्रोग्राम
नहीं
है।
यह
सरकार
का
कार्यक्रम
है
और
सरकार
के
कार्यक्रमों
में
कुछ
मर्यादा
रखा
जाना
जरूरी
है।
मैं
प्रधानमंत्री
और
कल्चरल
मिनिस्ट्री
का
कार्यक्रम
में
बुलाने
के
लिए
धन्यवाद
करती
हूं
लेकिन
ये
कहना
चाहती
हूं
कि
किसी
को
निमंत्रण
देकर
ऐसे
बेइज्जत
करना
अच्छी
बात
नहीं
है।
यह भी पढ़ें: पश्चिम बंगाल: पीएम मोदी के दौरे से ठीक पहले हावड़ा में हिंसा और आगजनी, आपस में भिड़े BJP-TMC कार्यकर्ता