'ModiCare' को ममता बनर्जी की ना, कहा- पश्चिम बंगाल में लागू करके संसाधन बर्बाद नहीं करेंगे
केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी स्वास्थ्य बीमा योजना 'मोदीकेयर' को पश्चिम बंगाल में लागू करने से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इंकार कर दिया है।
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नई दिल्ली। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी स्वास्थ्य बीमा योजना 'मोदीकेयर' को पश्चिम बंगाल में लागू करने से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इंकार कर दिया है। इस तरह पश्चिम बंगाल मोदीकेयर को ना अपनाने वाला पहला राज्य बन गया है। आपको बता दें कि इसी महीने पेश किए गए आम बजट में इस योजना की घोषणा की गई थी। मोदीकेयर को लागू करने से इंकार करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र सरकार ने इस योजना की शुरुआत करने से पहले राज्यों से कोई सलाह नहीं ली।
'बहुत कठिनता से अर्जित किए हैं संसाधन'
पश्चिम बंगाल के कृष्णा नगर में एक रैली को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य सरकार कठिनता से अर्जित किए गए अपने संसाधनों को इस योजना के लिए बर्बाद नहीं करेगा। गौरतलब है कि साढ़े पांच से 6 हजार करोड़ रुपए की राष्ट्रीय स्वास्थ्य संरक्षण योजना के तहत केंद्र सरकार इस स्कीम में 2 हजार करोड़ रुपए को योगदान देगी, योजना के लिए बाकी राशि राज्यों को देनी होगी।
'हमारे पास पहले से है योजना'
हालांकि ममता बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार ने पहले ही अपने नागरिकों के निशुल्क इलाज के लिए योजना की व्यवस्था की हई है, इसलिए इसी तरह की एक और योजना पर खर्च करना राज्य सरकार उचित नहीं समझती। ममता बनर्जी ने कहा कि सरकार ने अपनी स्वास्थ्य साथी प्रोग्राम के तहत 50 लाख लोगों को भर्ती किया है।
बजट में की थी जेटली ने योजना की घोषणा
आपको बता दें कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आम बजट 2018 पेश करते हुए हेल्थ सेक्टर के लिए बड़े ऐलान किए थे। इस दौरान उन्होंने नेशनल हेल्थ प्रोटेक्शन स्कीम की शुरुआत का ऐलान भी किया। इस योजना के तहत देश के 50 करोड़ लोगों को बीमा का लाभ मिलेगा। वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में दावा किया कि नेशनल हेल्थ प्रोटेक्शन स्कीम से करोड़ों गरीब लोगों को फायदा होगा।