ममता बनर्जी ने मुख्य सचिव के मुद्दे पर किया गुमराह, PM की बात भी नहीं मानी: सरकारी सूत्रों का दावा
ममता बनर्जी ने मुख्य सचिव के मुद्दे पर किया गुमराह, PM की बात भी नहीं मानी: सरकारी सूत्रों का दावा
नई दिल्ली, 01 जून: भारत सरकार के सूत्रों ने दावा किया है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में यास चक्रवात बाद की स्थिति पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक में प्रोटोकॉल की अवहेलना की है। उसके बाद फिर पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय के विवाद पर लोगों को गुमराह किया है। सरकारी सूत्रों ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर ये आरोप ऐसे समय में लगाया है कि जब अलपन बंदोपाध्याय को ममता बनर्जी सरकार का मुख्य सलाहकार नियुक्त किया गया है। केंद्र सरकार को रिपोर्टिंग करने के बजाय सोमवार (31 मई) को मुख्य सचिव के पद अलपन बंदोपाध्याय रिटायर हो गए और ममता बनर्जी सरकार का मुख्य सलाहकार उन्हें नियुक्त कर दिया गया है। अलपन बंदोपाध्याय की ये नियुक्ति मंगलवार (01 जून) से प्रभावी हो गई है।
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पीएम नरेंद्र मोदी ने ममता बनर्जी को बैठक छोड़कर जाने की नहीं दी अनुमित: सूत्र
पिछले हफ्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पश्चिम बंगाल के कलाईकुंडा में उतरने के बाद सीएम ममता बनर्जी उनसे मिलने अलपन बंदोपाध्याय के साथ 30 मिनट की देरी से आईं। इतना ही नहीं संक्षिप्त मुलाकात के बाद ममता बनर्जी दीघा के लिए रवाना हुईं और चक्रवात यास से हुए नुकसान की समीक्षा बैठक में शामिल नहीं हुईं। ममता बनर्जी का कहना है कि उन्होंने जाने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अनुमति ली थी लेकिन भारत सरकार के सूत्रों का कहना है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने बनर्जी को बैठक छोड़ने की अनुमति नहीं दी थी।
ममता बनर्जी ने प्रोटोकॉल को तोड़ा है: सूत्र
भारत सरकार के सूत्रों ने कहा, "वह (ममता बनर्जी) पीएम नरेंद्र मोदी के जाने से पहले चली गईं, जो स्पष्ट रूप से स्वीकृत प्रथाओं और प्रोटोकॉल के विपरीत है। यह स्पष्ट है कि ममता बनर्जी का इंतजार करने का बयान पूरी तरह से गलत है और उन्होंने पीएम को इंतजार कराया था।"
सूत्रों ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बैठक में भाग लेने के लिए सहमत हो गई थीं, लेकिन यह पता चलने के बाद कि विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी बैठक का हिस्सा बनने जा रहे थे तो उन्होंने अपना विचार बदल दिया, जिसका उन्होंने अपने पत्र में भी उल्लेख किया है।
जानिए सरकारी सूत्रों ने और क्या-क्या कहा?
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने 20 मिनट तक इंतजार करने के लिए कहे जाने के उनके दावों की आलोचना करते हुए, सरकारी सूत्रों ने, हमें उम्मीद थी कि सीएम ममता बनर्जी हवाईअड्डे पर पीएम मोदी के स्वागत के लिए खड़ी होंगी। जैसा कि हर कोई करता है जब पीएम को किसी भी हवाई अड्डे पर उतरना होता है। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
-सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ममता बनर्जी से काफी पहले कलाईकुंडा पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि ओडिशा और पश्चिम बंगाल दोनों को एक ही समय में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के बारे में सूचित किया गया था और ओडिशा ने कार्यक्रम को बहुत अच्छी तरह से प्रबंधित किया था, जो कि उनकी बंगाल यात्रा से पहले था।
-सूत्रों ने यह भी कहा कि बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने अन्य अधिकारियों को भी बैठक में शामिल होने से रोका था और वास्तव में प्रधानमंत्री द्वारा निर्धारित समीक्षा बैठक को रद्द कर दिया, क्योंकि उन्हें लगा कि उन्हें बैठक खत्म होने तक इंतजार करना होगा।