कर्नाटक में सियासी संकट, मल्लिकार्जुन खड़गे ने खुद को सीएम बनाए जाने पर दिया बड़ा बयान
नई दिल्ली। कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस की गठबंधन की सरकार पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। इस बीच दोनों ही दलों के बीच सरकार को बचाने की जद्दोजहद जारी है। इस बीच कयास लगाए जा रहे हैं कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। इसपर खुद खड़गे का कहना है कि मुझे इस बारे में जानकारी नहीं है। मैं यह चाहता हूं कि प्रदेश में यह गठबंधन की सरकार चलती रहे, हम चाहते हैं कि यह सरकार बिना किसी दिक्कत के चले। उन्होंने कहा कि हमारे बीच फूट डालने के लिए मीडिया में गलत खबरें प्रचारित की जा रही हैं।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि रामलिंगा रेड्डी हमारे वरिष्ठ नेता हैं और वह कांग्रेस के सिपाहसलार हैं। बेंगलुरू में कांग्रेस का वह काफी लंबे समय से किला संभाल रहे हैं। हमे देखना होगा कि आखिर उनकी क्या शिकायतें हैं। वहीं सिद्धारमैया का कहना है कि मेरे संपर्क में 5-6 विधायक हैं, मैं इस बारे में अधिक जानकारी नहीं दे सकता हूं। हर कोई पार्टी के लिए विश्वसनीय है। यह कतई मेरे प्रति वफादार होने का मसला नहीं है। हर किसी से उम्मीद है कि वो पार्टी के विश्वासपात्र बने रहे।
मालूम हो कि कांग्रेस और जेडी-एस के विधायक शनिवार को विधानसभा स्पीकर को इस्तीफा देने के लिए स्पीकर कार्यालय पहुंचे। स्पीकर से मुलाकात नहीं हो पाने के चलते विधायकों ने अपना इस्तीफा स्पीकर के सचिव को सौंप दिया। कांग्रेस के जिन विधायकों ने स्पीकर को अपना इस्तीफा सौंपा है, उनमें रामलिंगा रेड्डी, रमेश जर्किलोही, महेश कुमाथहल्ली, एसटी सोमशेखर, बीए बसावराज, बीसी पाटिल, प्रतापगौड़ा पाटिल और शिवराम हेबर हैं जबकि जेडीएस के एएच विश्वनाथ, के. गोपालियाह और नारायण गौड़ा का नाम शामिल है।