
पीएम मोदी ने मल्लिकार्जुन खड़गे को दी बधाई, कहा- नई जिम्मेदारी के लिए शुभकामनाएं
Mallikarjun Kharge Congress President: वरिष्ठ कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी का लंबे समय से चल रहा इंतजार खत्म हो गया है। कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे ने भारी मतों से जीत हासिल की है। खड़गे को 7897 वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी शशि थरूर को सिर्फ 1072 वोट ही मिल पाए। इसके अलावा 416 वोट निरस्त कर दिए गए। ऐसे में देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस को अपना नया अध्यक्ष मिल गया है। खड़गे की जीत के बाद उनको मिलने वाली बधाइयों का भी दौर शुरू हो गया है। सोनिया गांधी, राहुल गांधी के बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनको अध्यक्ष बनने पर बधाई संदेश भेजा।

पीएम मोदी ने कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के रूप में चुने जाने पर मल्लिकार्जुन खड़गे को शुभकामनाएं दीं। पीएम ने ट्वीट करते हुए लिखा, "मल्लिकार्जुन खड़गे जी को अध्यक्ष के रूप में उनकी नई जिम्मेदारी के लिए मेरी शुभकामनाएं। कांग्रेस में उनका आगे का कार्यकाल फलदायी हो।"
My best wishes to Shri Mallikarjun Kharge Ji for his new responsibility as President of @INCIndia. May he have a fruitful tenure ahead. @kharge
— Narendra Modi (@narendramodi) October 19, 2022
अनुराग ठाकुर ने कही ये बात
इसके अलावा केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे जी को कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष चुने जाने पर मेरी शुभकामनाएं। कितने वोट रिजेक्ट हुए, कितने गलत हुए, यह भी अपने आप में बड़ा सवाल है।
कोई नाम का मुक्त होने से नहीं होगा: रिजिजू
वहीं केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि कोई नाम का मुक्त होने से नहीं होगा। उसका मूल कहां है, किस परिवार में कांग्रेस छुपा है। कांग्रेस का कुछ नहीं होगा। उनके पास विजन, पॉलिसी, प्रोग्राम, सोच-विचार नहीं है। आप किसी को अध्यक्ष बनाओ पर प्रोपर्टी उसी परिवार की रहेगी।
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ये अध्यक्ष नहीं रिमोट चुने गए हैं: अनिल विज
हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने खड़ने को चुने जाने पर कहा कि ये अध्यक्ष नहीं रिमोट चुने गए हैं, इनके माध्यम से गांधी परिवार पार्टी को चलाएगा। बिना गांधी कोई कांग्रेस पार्टी चला नहीं सकता। इन्होंने सीताराम केसरी को अध्यक्ष बनाया और उन्हें उठा कर बाहर फेंक दिया। रिमोट कंट्रोल गांधी परिवार के हाथ में होगा।