गांधी परिवार के करीब हैं नए नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, जानिए इनके बारे में सबकुछ
बेंगलुरु। वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद का राज्यसभा कार्यकाल समाप्त होने के बाद अब नेता विपक्ष की जिम्मेदारी कांग्रेस के ही दिग्गज नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को दी गई है। आपको बता दें कि मल्लिकार्जुन खड़गे गांधी परिवार को काफी करीबी माने जाते हैं, नेता विपक्ष चुने जाने के बाद उन्होंने कहा था कि कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने उन्हें सदन के पटल पर गरीब लोगों के मुद्दे को रेखांकित करने को कहा है।
राज्यसभा में ली गुलाम नबी आजाद की जगह
बता दें कि गुलाम नबी आजाद का राज्यसभा कार्यकाल 15 फरवरी, 2021 को खत्म हुआ है, सदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सभापति वैंकेया नायडू और शरद पवार सहित गई दिग्गज नेताओं ने उन्हें भावभीनी विदाई दी। आजाद के जाने के बाद अब मल्लिकार्जुन खड़गे को इस सप्ताह नेता प्रतिपक्ष बनाया गया है। मल्लिकार्जुन खड़गे का जन्म 21 जुलाई, 1942 को कर्नाटक के बीदर जिला स्थित वारवट्टी के भल्कि तालुक में हुआ था।
पूर्व सरकार में मंत्री भी रहे मल्लिकार्जुन खड़गे
78 वर्षीय मल्लिकार्जुन खड़गे 16वीं लोक सभा में एक वरिष्ठ कर्नाटक राजनेता और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के नेता हैं। वह कर्नाटक के गुलबर्गा से कांग्रेस सांसद के रूप में चुने गए। वह भारत सरकार में रेलवे के पूर्व मंत्री और श्रम और रोजगार मंत्री भी रह चुके हैं। खड़गे वर्तमान में लोकसभा और राज्यसभा के मेंबर है। उन्होंने वकालत की पढ़ाई की है। खड़गे साल 2009 से 2019 तक लगाताल कर्नाटक के गुलबर्गा क्षेत्र से सांसद रहे।
राजनीतिक करियर की शुरुआत
मल्लिकार्जुन खड़गे का राजनीतिक करियर छात्र नेता के तौर पर शुरू हुआ था, इसके बाद उन्होंने कांग्रेस में एक महत्वपूर्ण जगह बना ली। उन्होंने सबसे पहले कर्नाटक के गुलबर्गा शहर के गवर्नमेंट कॉलेज में छात्र महासचिव के रूप में चुना गया, इसके बाद 1969 में वह MSK मिल्स एम्प्लाइज यूनियन के कानूनी सलाहकार बन गए। इस दौरान खड़गे की छवि प्रभावशाली श्रमिक संघ नेता के तौर पर भी लोगों के सामने आई, उन्होंने कई आंदोलनों का भी नेतृत्व किया।
पहली बार यहां से जीती विधायकी
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने पहली बार 1972 में कर्नाटक राज्य विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमायी, और गुरमीतलाल निर्वाचन क्षेत्र से जीते भी। इसके दो साल बात 1974 में खड़गे को कर्नाटक सरकार के स्वामत्व वाले चमड़ा विकास निगम के अध्यक्ष के रूप में चुना गया। खड़गे दूसरी बार 1978 में गुरमीतलाल से ही विधायक चुना गया। 2014 के आम चुनावों में, खड़गे ने गुलबर्गा संसदीय सीट से चुनाव लड़ा और जीता, भाजपा से 73,000 से अधिक मतों से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को हराया।
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