मलयाली मॉडल का बोल्ड कदम, मैगजीन कवर के लिए कराया स्तनपान करते हुए फोटोशूट
एक मलयालम मैगजीन के कवर पेज के लिए मॉडल गीलु जोसेफ ने बच्चे को स्तनपान कराते हुए फोटोशूट कराया है। ये पहली बार है जब किसी भारतीय मैगजीन पर कोई महिला बच्चे को स्तनपान कराते हुए फीचर हुई हो। ये साहसिक कदम मॉडल, कवि, लेखक और एयर होस्टेस गीलु जोसेफ ने उठाया है।
नई दिल्ली। एक मलयालम मैगजीन के कवर पेज के लिए मॉडल गीलु जोसेफ ने बच्चे को स्तनपान कराते हुए फोटोशूट कराया है। ये पहली बार है जब किसी भारतीय मैगजीन पर कोई महिला बच्चे को स्तनपान कराते हुए फीचर हुई हो। ये साहसिक कदम मॉडल, कवि, लेखक और एयर होस्टेस गीलु जोसेफ ने उठाया है। जोसेफ का कहना है कि ये एकदम प्राकृतिक है और किसी को भी ऐसा करने में शर्म नहीं महसूस करनी चाहिए।
स्तनपान गलत नहीं, खूबसूरत है
भारत समेत दुनिया के कई देशों में सार्वजनिक स्तनपान को घृणा की नजरों से देखा जाता है लेकिन गिलु जोसेफ को इससे फर्क नहीं पड़ा। इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में उन्होंने बताया कि वो इस प्रोजेक्ट के लिए फौरन राजी हो गई थीं। स्तनपान पर उन्होंने कहा, 'इसका गलत मतलब निकाला जाना एक परेशानी है। आखिर इसमें क्या गलत है? क्या से खूबसूरत नहीं है? कौन सा भगवान बच्चे को स्तनपान कराने से आपसे नाराज होगा?'
फैसले से खुश नहीं था जोसेफ का परिवार
जोसेफ भले खुशी-खुशी इस प्रोजेक्ट का हिस्सा बनीं लेकिन उनका परिवार उनके इस फैसले से खुश नहीं था। उनकी मां और दो बहनें इस फैसले के खिलाफ थीं। जोसेफ ने कहा कि वो उनके फैसले का सम्मान करती हैं लेकिन ऐसा करने से उन्हें कोई नहीं रोक सकता था। जोसेफ ने कहा कि ये मैगजीन कवर उन हजारों-लाखों माओं को बताएगा कि वो अपने बच्चे को बिना किसी डर के स्तनपान करा सकती हैं।
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सोशल मीडिया पर हो रही तारीफ
जोसेफ मानती हैं कि स्तनपान एक ऐसा विशेषाधिकार है जो सिर्फ माओं के पास है। बच्चों को स्तनपान कराना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है और इसमें शर्माने वाली कोई बात नहीं है। सोशल मीडिया पर गिलु जोसेफ के कदम की काफी तारीफ हो रही है। लोगों ने उनकी हिम्मत की तारीफ की है। इससे पहले भी कई महिलाओं ने मैगजीन के कवर पेज के लिए स्तनपान कराते हुए फोटोशूट करा चुकी हैं।