उमर अब्दुल्ला ने किया ऐलान- जब तक जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश रहेगा, चुनाव नहीं लडूंगा
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि मेरे लिए ये बहुत स्पष्ट है कि जब तक जम्मू कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश बना रहेगा, तब तक मैं विधानसभा चुनाव नहीं लड़ूंगा। उन्होंने कहा कि देश में सबसे ज्यादा अधिकार प्राप्त विधानसभा का सदस्य रहा हूं, पिछले छह साल तक विधानसभा का नेता भी। उन्होंने कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने का विरोध किया। साथ ही कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार का ये फैसला उनके लिए अपमानजनक है।
Recommended Video
बता दें कि पिछले साल अगस्त में जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटा लिया गया था। इसके बाद इसे केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया। साथ ही उमर अब्दुल्ला को भी 8 महीने तक नंजरबंद रखा गया था।
मेरी पार्टी ने हजारों कार्यकर्ताओं को खो दिया'
अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू और कश्मीर ने लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में भाग लिया। देश के विकास में साझा किया गया, लेकिन इसके साथ किया गया वादा पूरा नहीं किया गया। 370 को हटाना "लोकप्रिय बात" हो सकती है, लेकिन एक राष्ट्र की संप्रभु प्रतिबद्धताओं पर वापस जाना सही काम नहीं था।
उमर अब्दुल्ला ने कहा, "कई मुख्यधारा के राजनेताओं को एक साल पहले गिरफ्तारी में रखा गया था और कई अवैध गिरफ्तारी के तहत। कई अभी भी हिरासत में हैं। मेरी पार्टी ने हजारों कार्यकर्ताओं को आतंकवादी हिंसा में खो दिया है, क्योंकि हमने अलगाववादी राजनीति का विरोध करते हुए मुख्यधारा में आने का फैसला किया है।' उन्हें जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने पिछले साल 4-5 अगस्त को सार्वजनिक सुरक्षा कानून के तहत हिरासत में लिया था। जिसके बाद 24 मार्च को 232 दिनों बाद उन्हें रिहा कर दिया गया।