हाईप्रोफाइल टैटू गर्ल मर्डर केस: 8 साल बाद हत्यारे प्रेमी तक पहुंची पुलिस, लेकिन मिला मृत
नई दिल्ली। साल 2011 में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर एक बैग में लड़की का शव मिला था। उसके पेट पर मोर जैसा टैटू बना हुआ था और जबतक उसकी शिनाख्त नहीं हो पायी थी तबतक उसे टैटूगर्ल कहा जा रहा था। हत्यारा कोई और नहीं बल्कि उसका ब्वॉयफ्रेंड ही था। बाद में लड़की की पहचान नीतू सोलंकी के रूप में हुई थी। अब इस हत्याकांड के आरोपी राजू गहलोत की मौत हो गई है।
बताया जा रहा है कि बीमारी के कारण उसकी गुरुग्राम के हॉस्पिटल में मौत हुई। आप जानकर दंग रह जाएंगे कि राजू गहलोत को पुलिस अबतक गिरफ्तार नहीं कर पायी थी और आज जब उसकी सुराग मिली तो वो मर चुका था। आरोपी राजू के बारे में पुलिस को यकीन था कि वो विदेश फरार हो चुका है, जिसके खिलाफ भारतीय जांच एजेंसियों ने लुक आउट नोटिस जारी कर दिया था।
पार्षद का चुनाव लड़ा
नीतू आईबीएम जैसे बड़े कॉल सेंटर में काम कर चुकी थी। उसने दिल्ली विश्वविद्यालय से लॉ किया था और निगम पार्षद का चुनाव भी लड़ चुकी थी। वह 2010 में घर में यह बताकर निकली कि वह सिंगापुर जा रही है, लेकिन फिर घर नहीं लौटी। घर से जाने के बाद वह 29 साल के राजू गहलोत के साथ लिव इन में रहने लगी। राजू एयर इंडिया में केबिन क्रू था लेकिन 2010 से उसने काम पर जाना बंद कर दिया था। राजू और नीतू हरि नगर और आश्रम में अलग-अलग मकानों में किराए पर रहे। उसने हरि नगर में अपना एक सुरेंद्र पाल सिंह के नाम का फर्जी पहचान पत्र भी बनवाया।
इस दौरान नीतू अपने घरवालों से इंटरनेट कालिंग या वेबकेम के जरिए बात करती थी। हत्या के एक दिन पहले भी उसने अपनी बहन को बताया कि उसके सर में चोट लगी है। पुलिस ने हत्या के इस केस में पहली गिरफ्तारी 2 मार्च 2011 को की। राजू गहलोत के चचेरे भाई नवीन शौकीन को गिरफ्तार किया गया। नवीन ने बताया कि राजू और नीतू का अक्सर झगड़ा होता था। 11 फरवरी को उसने गुस्से में आकर आश्रम वाले घर में नीतू की हत्या कर दी। फिर शव के कई टुकड़े किए। उसके बाद नवीन को कार लेकर बुलाया और शव को नई दिल्ली स्टेशन पर फेंककर चला गया।