
'अरे मैडम! मैं आपसे 15 लाख की शर्त लगाऊंगी, आप मोदी जी के सामने', सीतारमण पर महुआ मोइत्रा का तंज
नई दिल्ली, 14 अगस्त: तृणमूल लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा ने 'रेवड़ी कल्चर' पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के एक बयान पर तंज कसा है। देश में मुफ्त सामान देने के मुद्दे पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने ट्वीट कर चुनौती दी है। निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा कि जब राज्य सरकारें चुनाव से पहले रियायतों की घोषणा करती हैं, तो उन्हें राजकोषीय ताकत की जांच करनी चाहिए ताकि जब वे जीतें और वापस आएं, तो जनता से किया वादा पूरा कर सके। महुआ मोइत्रा ने निर्मला सीतारमण की इस टिप्पणी पर एक समाचार लेख का स्क्रीनशॉट साझा करते हुए ट्वीट किया, ''अरे मैडम! मैं आपसे 15 लाख की शर्त लगाऊंगी, आप मोदी जी के चेहरे पर ये बोलकर दिखाइए।''
Recommended Video

'रेवड़ी कल्चर' पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण क्या बोलीं?
बेंगलुरू में भाजपा के आर्थिक प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित एक संवाद कार्यक्रम में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, ''मैं यह नहीं कह रही हूं कि आपको जनता को मुफ्त में चीजें नहीं देने चाहिए। मैं नहीं कह रही हूं ऐसा नहीं करना चाहिए। इसे करें लेकिन सुनिश्चित करें कि आप अपने राज्य के वित्तीय स्तर, अपने राज्य की वित्तीय ताकत को समझते हुए, चुनाव में जनता से ये वादा करे। ताकी आप चुनाव के दौरान अगर जीत गए तो और आप सत्ता में वापस आएं तो सुनिश्चित करें कि आप इसे पूरा कर सके। इसलिए वादे से पहले यह सुनिश्चित करके कि आपके बजट में इसके लिए प्रावधान होगा।''
निर्मला सीतारणम के इसी बयान के एक स्क्रीनशॉट को साझ करते हुए टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने तंज किया है। महुआ मोइत्रा ने कहा कि वह 15 लाख का शर्त लगाएंगी, अगर ये बात निर्मला सीतारमण पीएम मोदी के चेहरे पर बोलकर दिखाएंगी।
Err… Madam.. I’ll bet you ₹15 lakhs you couldn’t tell Modiji this to his face. pic.twitter.com/dFFCL2GqNa
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) August 13, 2022
केंद्र सरकार और आम आदमी पार्टी के बीच का ये मुद्दा अब सुर्खियों में आ गया है। जुलाई में पीएम मोदी ने अपने एक भाषण में 'रेवाड़ी कल्चर' का जिक्र किया था और लोगों को इसके प्रति आगाह किया था। आप प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुफ्त स्वास्थ्य सेवा देना, बस यात्रा की शिक्षा मुफ्त नहीं है बल्कि दोस्तों का कर्ज माफ करना है।