स्वच्छ भारत अभियान का ब्रांड एंबेसेडर बनने से धोनी का इंकार!
नई दिल्ली। टीम इंडिया के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी लगता है कि अब कुछ बदल रहे हैं। पहले वे सरकारी और गैर-सरकारी सभी विज्ञापन करने से परहेज नहीं करते थे। अब सुनने में आ रहा है कि वे झारखंड सरकार के स्वच्छ भारत अभियान के लिए ब्रांड एंबेसेडर बनने के प्रस्ताव को खारिज कर चुके हैं। वे अब चाहते हैं कि उन्हीं सरकारी विभागों या निजी कंपनियों के लिए काम करें जो बेहतर तरीके से काम कर रहे हैं।
रांची में ही
हाल ही में बांग्लादेश से एकदिवसीय सीरिज में हार के बाद वे रांची में अपने घर में ही हैं। किसी से मिलजुल भी नहीं रहे। अपनी बेटी और पेरेंट्स के साथ ही वक्त बिता रहे हैं।
ढाका जाने से पहले
राजधानी में झारखंड भवन के सूत्रों ने बताया कि सरकार की तरफ से उन्हें उक्त कैंपेन का एंबेसेडर बनने का प्रस्ताव दिया है। पर उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आ रहा। प्रस्ताव उनके ढाका जाने से पहले दिया गया था।
सूत्रों का कहना है कि वे पहले भी पलस पोलिया और कुछ दूसरे सरकारी विभागों के लिए काम कर चुके हैं। पर वे इस बार सरकारी विभागों के लिए इसलिए नहीं जुड़ना चाह रहे क्योंकि इनके विज्ञापन इनके कामकाज की सच्चाई से मेल नहीं खाते। हालांकि सूत्र दावा कर रहे हैं कि झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास भी उनसे बात कर सकते हैं। हो सकता है कि वे तब मान जाएं।