शिवसेना का बड़ा हमला, भाजपा नेताओं को मेंटल हॉस्पिटल में भर्ती कराना पड़ सकता है
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में सियासी उठापटक के बीच शिवसेना ने भाजपा पर बड़ा हमला बोला है। शिवसेना के मुखपत्र सामना में कहा गया है कि भाजपा नेता मानसिक रूप से ठीक नहीं है और हो सकता है कि उनको मेंटल हॉस्पिटल में भी ले जाना पड़े। महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांच पाटिल के महाराष्ट्र में सरकार बनाने के दावे पर शिवसेना की ओर से ये कहा गया है। सामना के संपादकीय में कहा गया है कि भाजपा के सरकार बनाने का दावा करने से साफ है कि दिमागी संतुलन खो बैठी है और विधायकों की खरीद-फरोख्त की तैयारी में है।
भाजपा के पेट में दर्द क्यों
सामना के संपादकीय में लिखा गया है, महाराष्ट्र में जल्दी ही गठबंधन की सरकार जल्द बनने जा रही है। इससे सबसे ज्यादा दुखी बीजेपी नजर आ रही है। अगर राज्य के हित में सरकार बनती है तो किसी को अगर पेट में दर्द होता है तो हम क्या करेंगे। 'सामना' के संपादकीय लेख 'राष्ट्रपति शासन की आड़ में घोड़ाबाजार' की शीर्षक के साथ लिखा गया है। इसमें कहा गया है कि छह महीने सरकार न टिकने का श्राप दिए जा रहे हैं। यह सब कुछ अपनी कमजोरी छुपाने के लिए ऐसा किया जा रहा है। लेख में कहा गया है कि भाजपा खुद को महाराष्ट्र का मालिक समझने की मानसिकता से बाहर आएं।
पाटिल के बयान पर किया है शिवसेना ने वार
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने शुक्रवार को कहा था कि भाजपा महाराष्ट्र की सबसे बड़ी पार्टी है और उसकी सरकार बनेगी। देवेंद्र फडणवीस ने पार्टी के नेताओं के समक्ष यह भरोसा जताया है कि 119 विधायकों के साथ हम राज्य में भाजपा सरकार बनाएंगे। हम राज्य को एक स्थिर सरकार देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस पर शिवेसना ने कहा है कि पहले तो भाजपा ने सरकार ना बनाने की बात कही थी और अब ये नई बातें हो रही हैं। आखिर कहां से वो संख्या लाएंगे।
शरद पवार बोले- महाराष्ट्र में सरकार बनाने की प्रक्रिया शुरू, मध्यावधि चुनाव का सवाल ही नहीं
कांग्रेस-राकांपा-शिवसेना की सरकार!
महाराष्ट्र में कांग्रेस, राकांपा और शिवसेना मिलकर सरकार बनाने जा रहे हैं। तीनों पार्टियों के नेता इसका संकेत दे चुके हैं। एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने महाराष्ट्र में मध्यावधि चुनाव की संभावना को खारिज करते हुए शुक्रवार को कहा कि राज्य में शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस की सरकार बनेगी और यह पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी। शनिवार को राज्यपाल से मिलने का समय भी तीनों दलों ने मांगा है। महाराष्ट्र में फिलहाल राष्ट्रपति शासन है।