महाराष्ट्र: सरकार गठन के लिए कांग्रेस को मनाने में जुटे शिवसेना प्रमुख, NCP ने टाली बैठक
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया है लेकिन सरकार गठन करने की कोशिशें अभी भी जारी है। बीजेपी-शिवसेना के बीच गठबंधन टूटने की वजह से प्रदेश में किसी भी पार्टी ने अभी तक सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे लगातार कांग्रेस और एनसीपी को मनाने में जुटे हैं और बैठकों का दौर जारी है। दूसरी तरफ सरकार गठन करने के लिए राज्यपाल द्वारा समय नहीं देने के मामले में सुप्रीम कोर्ट से भी शिवसेना को बड़ा झटका लगा है। बुधवार को उच्चतम न्यायालय ने शिवसेना की याचिका का जिक्र ही नहीं किया।
बता दें, महाराष्ट्र में सरकरा गठन को लेकर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और कांग्रेस के बीच बैठकों का दौर जारी है। उधर, एनसीपी ने संकेत दिया कि वे गैर-भाजपा सरकार बनाने के लिए शिवसेना के साथ हाथ मिलाने का विचार बना रहे हैं। लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गुरुवार को एनसीपी ने शिवसेना के साथ अपनी सीएमपी की बैठक को टाल दिया है। सूत्रों के मुताबिक बुधवार की रात तक कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी के बीच करीब-करीब सरकार गठन करने का फैसला हो गया है। तीनों दल महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलकर सरकार गठन करने का दावा पेश कर सकते हैं। इसके अलावा सरकार के न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर भी सहमति बन गई है।
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अमित
शाह
ने
कसा
तंज
महाराष्ट्र
में
शिवसेना
प्रमुख
उद्धव
ठाकरे
सरकार
गठन
के
लिए
कांग्रेस
और
एनसीपी
चीफ
शरद
पवार
को
मनाने
में
लगे
हुए
हैं।
इसी
बीच
बीजेपी
अध्यक्ष
और
गृह
मंत्री
अमित
शाह
ने
शिवसेना
पर
ट्वीट
कर
तंज
कसा
है।
उन्होंने
लिखा
कि,
राज्यपाल
महोदय
सभी
पार्टियों
को
सरकार
गठन
के
लिए
18
दिन
का
समय
दिया
था।
अब
भी
किसी
के
पास
संख्याबल
नहीं
है
तो
वह
एकत्र
होकर
राज्यपाल
के
पास
जा
सकते
हैं।
उन्होंने
लिखा
कि,
राष्ट्रपति
शासन
पर
जो
हाय
तौबा
मची
हुई
है
उससे
जनता
की
सहानुभूति
नहीं
मिलेगी।