शिवसेना का दावा, उद्धव ठाकरे सरकार को समर्थन का आंकड़ा 185 तक पहुंचेगा
मुंबई। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महा विकास अघाड़ी ने विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया था। वोटिंग के दौरान गठबंधन सरकार के पक्ष में 169 वोट पड़े थे। शिवसेना और महा अघाड़ी के अन्य दल एनसीपी-कांग्रेस के नेता लगातार दावा कर रहे थे कि उनके पास 170 विधायकों का समर्थन है और वे अपने दावे के बेहद करीब पहुंचने में कामयाब भी रहे। वहीं, समर्थन देने वाले विधायकों की संख्या को लेकर शिवसेना ने सोमवार को बड़ा दावा किया।
शिवसेना ने समर्थन को लेकर किया बड़ा दावा
शिवसेना की तरफ से दावा किया गया कि 170 की संख्या कोई सामान्य संख्या नहीं होती है, लेकिन किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए अगर ये संख्या कल 185 पहुंच जाए। पार्टी की तरफ से ये दावा मुखपत्र सामना में किया गया है। इसमें दावा किया गया है कि ये सरकार 5 साल मजबूती से चलेगी और 170 की संख्या बनी रहेगी। बता दें कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को महा विकास अघाड़ी का नेता चुना गया था।
गठबंधन सरकार को 169 विधायकों का समर्थन मिला था
मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद उद्धव ठाकरे को विश्वास मत साबित करना था, जिसके लिए शनिवार को विधानसभा में वोटिंग कराई गई। इस दौरान उद्धव सरकार के पक्ष में कुल 169 वोट पड़े। जबकि चार विधायकों ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। इन 4 तटस्थ विधायकों में राज ठाकरे की पार्टी एमएनएस के एकमात्र विधायक प्रमोद राजू रतन भी शामिल थे, जबकि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी के दो विधायकों और सीपीआई-एम के एक विधायक ने भी वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया था।
महा विकास अघाड़ी की राज्य में बनी है सरकार
इसके पहले, सत्र की शुरुआत में ही बीजेपी ने आरोप लगाया था कि प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति असंवैधानिक है और ये सत्र नियमों के मुताबिक नहीं है। बीजेपी के आरोपों पर प्रोटेम स्पीकर ने कहा कि जो सत्र बुलाया गया है वह नियमों के मुताबिक है और पूरी प्रक्रिया का नियमानुसार पालन किया जा रहा है। प्रोटेम स्पीकर ने विश्वास मत पर वोटिंग से पहले, बीजेपी विधायकों से शांत रहने की अपील की लेकिन नारेबाजी करते हुए बीजेपी के सारे विधायक सदन से बाहर आ गए।