सरकार बनाने को तैयार है NCP, लेकिन शिवसेना की ये मांग मंजूर नहीं
मुंबई। महाराष्ट्र में लागू राष्ट्रपति शासन के बीच कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना की ओर से सरकार बनाने की कोशिश जारी है। मुंबई में तीनों पार्टियों के नेताओं के बीच सरकार गठन को बैठक लगातार जारी है। गुरुवार को खबर आ रही थी कि एनसीपी शिवसेना के साथ सरकार बनाने को तैयार है। हालांकि, शरद पवार की पार्टी शिवसेना की 5 साल के मुख्यमंत्री की मांग से सहमत नहीं है। सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि एनसीपी भी 50-50 फॉर्मूले के पक्ष में है।
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एनसीपी भी 50-50 फॉर्मूले के पक्ष में
दरअसल, शिवसेना ने भाजपा के सामने यही शर्त रखी थी जिसपर समझौता नहीं हो सका था और बीजेपी-शिवसेना के रास्ते अलग हो गए थे। अब खबर आ रही है कि एनसीपी शिवसेना के साथ सरकार बनाने को इच्छुक है लेकिन ढाई साल के लिए वह अपना सीएम चाहती है। जबकि कांग्रेस भी तीनों दलों के बीच बराबर-बराबर मंत्री पद की मांग कर रही है। ऐसे में एनसीपी की ढाई साल के सीएम की मांग पर फिलहाल पेंच फंसता दिखाई दे रहा है।
कांग्रेस कैबिनेट में बराबर हिस्सेदारी मांग रही
एनसीपी-कांग्रेस और शिवसेना के नेता पिछले दो दिनों से लगातार बैठक कर रहे हैं और उनके बीच कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर सहमति बन गई है। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, अब तक जिन मुद्दों पर सहमति बनी है उनमें किसानों की कर्जमाफी, फसल बीमा योजना की समीक्षा, रोजगार और छत्रपति शिवाजी महाराज और बीआर अंबेडकर स्मारक का मुद्दा शामिल है।
महाराष्ट्र में नहीं बन पाई है चुनाव के बाद सरकार
इसके पहले, गुरुवार को शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए कांग्रेस,शिवसेना और एनसीपी की संयुक्त बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि, साझा न्यूनतम कार्यक्रम पर चर्चा हुई, एक ड्राफ्ट तैयार किया गया है। तीनों पार्टियों के हाई कमांड को इस ड्राफ्ट को भेजा जाएगा। हाई कमांड ही इसपर आखिरी फैसला लेगा। एकनाथ शिंदे ने कहा था कि दोबारा चुनाव ना हो इसलिए हमने कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बनाया है जिसे लेकर हम आगे जाने वाले हैं। जबकि कांग्रेस की ओर से पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि दो दिनों तक हमारी बातचीत चली। ड्राफ्ट में क्या है इसका खुलासा फिलहाल हम यहां नहीं कर सकते।