परमबीर के आरोपों पर बोले NCP प्रदेश अध्यक्ष- गृहमंत्री देशमुख के इस्तीफा देने का सवाल ही नहीं
मुंबई: एंटीलिया कार केस की गुत्थी तो अभी नहीं सुलझ पाई, लेकिन इसने महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल ला दिया है। तीन दिन पहले महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह को उनके पद से हटा दिया था। जिसके बाद शनिवार को परमबीर ने भी गृहमंत्री अनिल देशमुख पर गंभीर आरोप लगाए। ऐसे में उनके इस्तीफे की मांग हो रही थी। अब इस मामले में एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल का बयान सामने आया है।
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पाटिल के मुताबिक जब महाराष्ट्र के सीएम और गृहमंत्री ने परमबीर सिंह के खिलाफ सख्त कदम उठाया, तो उन्होंने ये पत्र लिखा। ऐसे में साफ है कि ये उन पर हुई कार्रवाई की प्रतिक्रिया है। देशमुख के इस्तीफे की मांग पर उन्होंने कहा कि आरोप निराधार हैं, जिस वजह से उनके पद से हटने का कोई सवाल ही नहीं उठता है। हालांकि विपक्षी दल लगातार सरकार के ऊपर गृहमंत्री को हटाने का दबाव बना रहा है।
परमबीर
ने
लिखी
ये
बात
परमबीर
ने
अपने
पत्र
में
लिखा
है
कि
सचिन
वाजे
ने
मुझे
बताया
था
कि
अनिल
देशमुख
ने
उनसे
हर
महीने
100
करोड़
रुपये
वसूलने
को
कहा
था।
इसको
लेकर
गृहमंत्री
ने
वाजे
को
कई
बार
अपने
आवास
पर
बुलाया।
देशमुख
ने
वाजे
से
कहा
था
कि
मुंबई
में
करीब
1750
बार-रेस्टोरेंट
और
दूसरी
जगह
हैं,
जहां
से
40
से
50
करोड़
रुपये
इकट्ठा
किया
जा
सकता
है।
'मुंबई के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह की चिट्ठी खतरनाक', राज ठाकरे बोले-तत्काल इस्तीफा दें अनिल देशमुख
विपक्ष
को
मिला
एक
और
मुद्दा
सुशांत
सिंह
राजपूत
और
एंटीलिया
केस
में
महाराष्ट्र
पुलिस
और
सरकार
की
जमकर
किरकिरी
हुई।
अब
एक
डीजी
लेवल
के
मौजूदा
अधिकारी
ने
गृहमंत्री
पर
इतने
बड़े
आरोप
लगाए,
जिससे
विपक्ष
को
बैठे-बिठाए
बढ़िया
मुद्दा
मिल
गया।
मामले
में
महाराष्ट्र
के
पूर्व
मुख्यमंत्री
देवेंद्र
फडणवीस
ने
कहा
है
कि
परमबीर
ने
पत्र
के
माध्यम
से
जो
आरोप
लगाए
हैं
वो
गंभीर
हैं,
महाराष्ट्र
के
गृहमंत्री
को
तुरंत
इस्तीफा
देना
चाहिए
या
मुख्यमंत्री
को
उन्हें
हटाना
चाहिए।